वार्ड 2: घरघोड़ा का चुनावी रण, कौन मारेगा बाजी?
शैलेश शर्मा 9406308437नवभारत टाइम्स 24×7.in जिला ब्यूरो रायगढ़
घरघोड़ा!घरघोड़ा का वार्ड नंबर 2 इन दिनों राजनीति का अखाड़ा बना हुआ है। ठंड के मौसम में भी चुनावी सरगर्मी यहां चरम पर है। गली-मोहल्लों में चाय की दुकानों से लेकर सोशल मीडिया तक, हर जगह बस एक ही चर्चा है—”वार्ड 2 का अगला पार्षद कौन बनेगा?” जहां दावेदारों की लंबी कतार और पार्टी की रणनीतियां सामने आ रही हैं, वहीं मतदाता भी इस बार बेहद जागरूक और सतर्क नजर आ रहे हैं।
शिक्षित वोटर और सरकारी कर्मचारी बनेंगे निर्णायक
वार्ड 2 का चुनाव इस बार इसलिए खास है, क्योंकि यहां के वोटर सामान्य से अलग हैं। वार्ड में बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारी और शिक्षित नागरिक रहते हैं, जो अक्सर व्यक्तिगत छवि और कामकाज को प्राथमिकता देते हैं। इस बार उम्मीदवारों को सिर्फ पार्टी के सहारे जीतना मुश्किल होगा।
बीजेपी के श्याम भोजवानी, टिंकू स्वर्णकार, डोले पटेल, गौरी गुप्ता और कांग्रेस के मनीष पटनायक व मुश्तकिम खान के बीच कड़ी टक्कर दिख रही है। इसके अलावा भी कई धुरंधर हैं जो इस वार्ड से अपनी किस्मत आजमाने का विचार कर रहे हैं ।
बीजेपी का किला या कांग्रेस का उलटफेर
पिछले चुनाव में बीजेपी ने इस वार्ड में जीत दर्ज की थी, और इस बार भी पार्टी को अपने परंपरागत वोटरों पर भरोसा है। हालांकि, राजनीतिक पंडितों का कहना है कि वार्ड 2 में इस बार ‘पार्टी से ज्यादा व्यक्ति’ पर चुनाव टिका हुआ है। ऐसे में कांग्रेस को कमजोर आंकने की गलती बीजेपी नही करेगी और दोनों ही पार्टियां जीताऊ उम्मीदवार पर दांव खेलने अच्छी तरह होमवर्क करके ही अंतिम फैसला लेगी ।
निर्दलीयों से बिगड़ सकता है गणित
चुनावी चर्चा के बीच यह भी खबर है कि कुछ मजबूत निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में उतर सकते हैं। यदि ऐसा हुआ, तो बीजेपी और कांग्रेस दोनों का खेल बिगड़ सकता है। विश्लेषकों का कहना है कि स्वतंत्र उम्मीदवार शिक्षित वोटरों को अपनी तरफ खींचने की कोशिश करेंगे, जो मुख्य दलों के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।
चुनावी माहौल: उत्सव या रणभूमि?
वार्ड 2 की गलियों में चुनावी चर्चाओं का दौर दिन-रात जारी है। गुटों में बंटी चर्चाएं, उम्मीदवारों के प्रचार अभियान और योजनाओं का आकलन करते लोग साफ इशारा कर रहे हैं कि यह चुनाव सिर्फ एक सीट की लड़ाई नहीं, बल्कि शहर की राजनीति का भविष्य तय करेगा।
अब देखना यह होगा कि घरघोड़ा के इस चुनावी अखाड़े में कौन से दावेदार जीत का सेहरा पहनते हैं और कौन पीछे रह जाता है। फिलहाल, वार्ड 2 की हॉट सीट ने पूरे शहर की राजनीति को अपनी ओर खींच लिया है।
“यह ठंड में गर्मी का एहसास कराने वाला चुनाव होगा, जहां हर कदम एक नई चाल तय करेगा।”
