रायपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में हुए प्रेशर IED विस्फोट ने राज्य को एक बहादुर अधिकारी से छीन लिया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) आकाश राव गिरपुंजे रविवार को नक्सलियों द्वारा बिछाए गए IED की चपेट में आकर वीरगति को प्राप्त हो गए। शहादत से महज दो दिन पहले ही उन्होंने अपनी बेटी से 11 जून को जन्मदिन साथ मनाने का वादा किया था, लेकिन वह वादा अधूरा रह गया।
हफ्तेभर पहले बेटे का जन्मदिन मनाया, वही आखिरी मुलाकात बन गई
ASP आकाश राव हाल ही में एक सप्ताह पहले ही रायपुर स्थित अपने घर आए थे। उन्होंने उस दौरान बेटे का जन्मदिन मनाया। परिवार के साथ बिताए वे पल अब उनकी आखिरी यादें बनकर रह गई हैं। बेटी के जन्मदिन से ठीक दो दिन पहले, 9 जून को नक्सली हमले में शहीद हो गए।
महादेव घाट में अंतिम संस्कार की तैयारी, SSP ने जताया शोक
SSP डॉ. लाल उमेद सिंह ने रायपुर स्थित शहीद के निवास जाकर परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने कहा—
“मैं आकाश को तब से जानता हूं जब उनका सिलेक्शन हुआ था। वह कर्तव्यनिष्ठ और साहसी अधिकारी थे। यह बहुत ही दुखद घटना है।”
उन्होंने बताया कि घायल अन्य जवानों को रायपुर लाया गया है, वहीं आकाश राव का अंतिम संस्कार सोमवार को महादेव घाट में किया जाएगा।
ASP आकाश राव: कर्तव्य के प्रति समर्पित अधिकारी
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उम्र: 42 वर्ष
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बैच: राज्य पुलिस सेवा 2013
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पूर्व पोस्टिंग: महासमुंद, रायपुर, सिविल लाइन CSP
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शिक्षा: होली क्रॉस, रायपुर
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उपलब्धियाँ: कई जटिल अपराधों का खुलासा, जनता और विभाग में सम्मानित छवि
छत्तीसगढ़ में तीसरी और बस्तर में दूसरी ऐसी शहादत
छत्तीसगढ़ में यह तीसरा मौका है जब ASP स्तर के अधिकारी IED ब्लास्ट में शहीद हुए:
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2001: ASP भास्कर दीवान
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2011: ASP राजेश पवार (गरियाबंद)
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2025: ASP आकाश राव गिरपुंजे (सुकमा)
घटना का विवरण: सर्चिंग के दौरान हुआ हमला
9 जून की सुबह ASP आकाश राव गिरपुंजे SDOP कोन्टा भानुप्रताप चंद्राकर, निरीक्षक सोनल गवला और जवानों के साथ नक्सलियों द्वारा वाहन जलाने की घटना की जांच में निकले थे। कोन्टा-एर्राबोरा मार्ग पर डोंड्रा के पास सर्चिंग के दौरान IED विस्फोट हुआ, जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए। अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनका निधन हो गया।
पूरा प्रदेश शोक में डूबा, नमन कर रहा है बलिदान को
शहीद ASP आकाश राव की शहादत से पूरा प्रदेश शोक और गर्व से भरा है। परिवार, मित्र, सहयोगी और आमजन उन्हें एक साहसी, संवेदनशील और कर्तव्यपरायण अधिकारी के रूप में याद कर रहे हैं। उनका बलिदान न केवल नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में अहम पड़ाव है, बल्कि अगली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी।
जय हिंद! शहीद आकाश राव गिरपुंजे को शत-शत नमन।
