नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की फॉरेनर्स सेल ने उत्तर-पश्चिमी जिले से 18 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है, जिनमें वयस्क और बच्चे दोनों शामिल हैं। आरोपियों के पास से एक स्मार्टफोन भी जब्त किया गया है, जिसमें प्रतिबंधित IMO ऐप इंस्टॉल था, साथ ही चार बांग्लादेशी पहचान पत्र भी मिले हैं।
पुलिस के मुताबिक, 3 जून को सूचना मिली थी कि हरियाणा से तीन बांग्लादेशी परिवार दिल्ली के वजीरपुर जे.जे. कॉलोनी में छिपे हुए हैं, जो बार-बार अपनी लोकेशन बदल रहे थे। इस पर पुलिस ने ऑपरेशन चलाकर इलाके की गहन तलाशी ली। एक संदिग्ध को पकड़ने के बाद पूछताछ में उसने अपनी बांग्लादेशी नागरिकता स्वीकार की, जिससे अन्य परिवार के सदस्यों को भी हिरासत में लिया गया।
हिरासत में लिए गए बांग्लादेशी नागरिक:
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मो. शहनूर आलम (30 वर्ष), पत्नी कोहिनूर खातून, उनके दो बच्चे शकील (7 वर्ष) और रोहन (4 वर्ष)
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मो. शाहिदुल इस्लाम (22 वर्ष), पत्नी कल्पना खातून, उनकी तीन बेटियाँ और एक पुत्र
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मो. खैरुल (44 वर्ष), पत्नी हसीना बेगम, 7 बच्चे जिनमें 7 महीने का एक शिशु भी शामिल है
पूछताछ में पता चला कि ये सभी परिवार हरियाणा में ईंट भट्टे पर मजदूरी करते थे, लेकिन पुलिस कार्रवाई के डर से दिल्ली आकर वजीरपुर जे.जे. कॉलोनी और आस-पास के इलाकों में रह रहे थे।
कानूनी कार्रवाई:
हिरासत में लिए गए सभी व्यक्तियों को फॉरेनर्स सेल में विस्तृत पूछताछ के बाद फॉरेनर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस (FRRO), आर.के. पुरम को सौंपा गया है, जहां से उनकी निर्वासन (वापसी) प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
यह कार्रवाई विदेशी नागरिकों के अवैध निवास और दस्तावेजों के अभाव में कानून के तहत की गई है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं इनके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क तो नहीं है।
