जे.के. मिश्रl बिलासपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुरक्षा घेराबंदी वाले नो-फ्लाइंग जोन क्षेत्र में ड्रोन मंडराने की घटना सामने आई है। यह घटना मुख्यमंत्री की सुरक्षा में बड़ी खामी मानी जा रही है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो युवकों को गिरफ्तार किया है। हालांकि, इस घटना में किसी प्रकार की अनहोनी नहीं हुई।
कार्यक्रम के दौरान दिखा ड्रोन
23 नवंबर को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बिलासपुर के विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए थे। इसी क्रम में वे अरपा रिवर व्यू लोकार्पण कार्यक्रम में पहुंचे। इस क्षेत्र को पहले से ही नो-फ्लाइंग जोन घोषित किया गया था। लेकिन, कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के आसपास एक ड्रोन उड़ता हुआ दिखाई दिया। अधिकारियों ने इसे सुरक्षा में गंभीर चूक मानते हुए कार्रवाई की।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना के तुरंत बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और सिविल लाइन थाना क्षेत्र के अंतर्गत दो युवकों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार युवकों के पास से ड्रोन भी जब्त कर लिया गया। पुलिस के अनुसार, युवकों ने बिना अनुमति के ड्रोन उड़ाया और यह मुख्यमंत्री के पास तक पहुंच गया।
आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में अदनान सैफी (पिता बुरहानुद्दीन सैफी), निवासी गांधी चौक, फजलबाड़ा और ताहा भारमल (पिता तुराब भारमल), निवासी तेलीपारा काली मंदिर के पास, शामिल हैं। दोनों की उम्र 23 वर्ष है। पुलिस ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और ड्रोन को जब्त कर लिया गया है।
अधिकारियों ने देखा ड्रोन उड़ता हुआ
जब मुख्यमंत्री अरपा रिवर व्यू कार्यक्रम में शामिल हो रहे थे, तब पुलिस अधिकारियों ने ड्रोन को आसमान में देखा। यह घटना सीएम की सुरक्षा में बड़ी खामी मानी गई। अधिकारियों ने तत्काल उच्चस्तरीय सतर्कता बरतते हुए आरोपियों को पकड़ लिया।
सुरक्षा को लेकर सख्ती
पुलिस और प्रशासन ने इस घटना को बेहद गंभीरता से लिया है। अधिकारियों का कहना है कि बिना अनुमति के नो-फ्लाइंग जोन में किसी भी प्रकार की उड़ान सख्त वर्जित है। भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा को और सख्त करने का निर्देश दिया गया है।