BJP national president Next: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। हालांकि पार्टी की ओर से अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक इसी महीने जून के मध्य तक राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने की औपचारिक प्रक्रिया की शुरुआत हो सकती है।
पार्टी के संविधान के मुताबिक राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले राज्य इकाइयों के अध्यक्षों का चुना जाना अनिवार्य है और ज्यादातर राज्यों में यह प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। उत्तर प्रदेश में 70 जिला अध्यक्षों की हाल ही में हुई घोषणा ने इस अटकल को और हवा दे दी है कि केंद्रीय नेतृत्व जल्द ही भाजपा अध्यक्ष पद पर फैसला ले सकता है। हालांकि कहा जा रहा है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर इस प्रक्रिया में कुछ देरी हुई है।
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड में अध्यक्षों के नाम पर विचार
हिंन्दुस्तान टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि राष्ट्रीय स्तर पर नियुक्ति से पहले भाजपा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड सहित प्रमुख राज्यों में नए राज्य इकाई अध्यक्षों के नाम को अंतिम रूप दे सकती है। उत्तर प्रदेश में, जहां जातिगत समीकरण अहम हैं, पहले ब्राह्मण चेहरे पर विचार किया जा रहा था। हालांकि पार्टी के एक वर्ग में ओबीसी नेता की मांग बढ़ रही है।
मध्य प्रदेश में वर्तमान नेतृत्व संरचना में एक ओबीसी मुख्यमंत्री और एक ब्राह्मण राज्य अध्यक्ष शामिल हैं -यह संतुलन अब तक पार्टी के लिए कारगर रहा है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि पार्टी अब राज्य अध्यक्ष के रूप में एक आदिवासी नेता को नियुक्त करने पर विचार कर रही है, क्योंकि मौजूदा राज्य और राष्ट्रीय नेतृत्व में आदिवासी प्रतिनिधित्व कम है।
उत्तराखंड में राज्य अध्यक्ष पद के लिए एक ब्राह्मण नेता को सबसे आगे माना जा रहा है, हालांकि अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। जहां एक ओर राज्यों में नेतृत्व समीकरणों को अंतिम रूप दिया जा रहा है, वहीं पार्टी के अंदर राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के संभावित दावेदारों के नामों की भी चर्चा शुरू हो गई है।
भाजपा के नए अध्यक्ष के चयन में संगठनात्मक अनुभव, क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व और जाति संतुलन जैसे कारणों को ध्यान में रखा जा रहा है।
भाजपा अध्यक्ष पद की दौड़ में तीन दिग्गज नेताओं का नाम सबसे आगे चल रहा है?
धर्मेंद्र प्रधान: ओडिशा से आने वाले केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान एक प्रमुख ओबीसी नेता हैं। वे संगठनात्मक कौशल और केंद्रीय नेतृत्व के साथ निकटता के लिए जाने जाते हैं।
शिवराज सिंह चौहान: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान एक जनप्रिय नेता हैं। उनका जमीनी स्तर पर मजबूत पकड़ और व्यापक अनुभव उन्हें इस पद के लिए एक मजबूत दावेदार बनाता है।
मनोहर लाल खट्टर: हाल ही में हरियाणा के मुख्यमंत्री पद से केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हुए मनोहर लाल खट्टर प्रशासनिक अनुभव और संगठनात्मक निरंतरता का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनका शांत और स्थिर नेतृत्व शैली उन्हें इस भूमिका के लिए उपयुक्त बनाती है।
इन तीनों नेताओं में से किसी एक को पार्टी का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना है, हालांकि अंतिम निर्णय पार्टी की केंद्रीय नेतृत्व द्वारा लिया जाएगा।
जेपी नड्डा का कार्यकाल
भाजपा के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जनवरी 2020 से इस पद पर कार्यरत हैं। उनका कार्यकाल 2024 के आम चुनावों तक पार्टी का नेतृत्व करने के लिए बढ़ाया गया था। अब जबकि यह लक्ष्य पूरा हो चुका है, पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
जल्द ही एक केंद्रीय चुनाव समिति के गठन की संभावना है, जो अध्यक्ष पद के चुनावी प्रक्रिया की निगरानी करेगी। इस प्रक्रिया में नामांकन दाखिल करना, जांच और आवश्यक होने पर मतदान शामिल होगा। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि जेपी नड्डा दोबारा पूर्णकालिक कार्यकाल के लिए दावेदारी पेश करेंगे या पार्टी किसी नए चेहरे को मौका देगी।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष की अब तक की लिस्ट
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की स्थापना वर्ष 1980 में हुई थी। तब से लेकर अब तक पार्टी के कई नेता इस शीर्ष पद पर रहे हैं। नीचे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्षों की पूरी सूची दी गई है।
- 1. अटल बिहार वाजपेयी (1980 से 1986)
- 2. के. एल. आडवाणी (1980-1990, 1993-1998, 2004-2005)
- 3. मुरली मनोहर जोशी (1991-1993)
- 4. कुशाभाऊ ठाकरे (1998-2000)
- 5. बंगारू लक्ष्मण (2000-2001)
- 6. के जना कृष्णमूर्ति (2001-2002)
- 7. एम वेंकैया नायडू (2002-2004)
- 8. नितिन गडकरी (2010-2013)
- 9. राजनाथ सिंह (2005-2009) (2013-2014)
- 10. अमित शाह (2014-2017, 2017-2020)
- 11.जेपी नड्डा (2020 से वर्तमान तक…)
