उपराष्ट्रपति के हाथों जारी होगी महतारी वंदन योजना की 21वीं किश्त
69 लाख से अधिक महिलाओं को मिलेगा 647 करोड़ रुपये का लाभ, बस्तर की 7,658 महिलाओं को पहली बार सहायता राशि
रायपुर। उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन 5 नवंबर को राजनांदगांव में आयोजित लखपति दीदी सम्मेलन में छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी वंदन योजना की 21वीं किश्त जारी करेंगे। इस अवसर पर 69 लाख से अधिक महिला लाभार्थियों को कुल 647 करोड़ 28 लाख 36 हजार 500 रुपये की राशि ऑनलाइन उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी।
विशेष बात यह है कि इस बार बस्तर संभाग के माओवाद मुक्त हुए गांवों की 7,658 महिलाएं पहली बार इस योजना का लाभ प्राप्त करेंगी। ये गांव पिछले 22 महीनों में माओवाद उन्मूलन अभियान के चलते मुख्यधारा में लौटे हैं।
प्रधानमंत्री की गारंटी पर महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित महतारी वंदन योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना है।
इस योजना के तहत महिलाओं को हर महीने ₹1,000 की आर्थिक सहायता दी जाती है। अब तक 20 किश्तों में 13,024 करोड़ 40 लाख रुपये की राशि दी जा चुकी है। 21वीं किश्त जारी होने के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 13,671 करोड़ 68 लाख रुपये तक पहुंच जाएगा।
नियद नेल्ला नार योजना से जुड़ी बस्तर की महिलाएं
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर बस्तर के माओवाद मुक्त गांवों में नियद नेल्ला नार योजना लागू की गई है, जिसके तहत बुनियादी सुविधाओं और सरकारी योजनाओं का लाभ ग्रामीणों तक पहुंचाया जा रहा है। इस योजना के तहत 327 गांवों में तेजी से विकास कार्य किए जा रहे हैं।
इन गांवों की 7,658 महिलाएं अब महतारी वंदन योजना की नई लाभार्थी बनी हैं। उन्हें पहली बार 76 लाख 26 हजार 500 रुपये की सहायता राशि प्राप्त होगी।
पांच जिलों की महिलाएं होंगी लाभान्वित
महिला एवं बाल विकास विभाग के अनुसार, नियद नेल्ला नार योजना में शामिल नई लाभार्थियों की संख्या इस प्रकार है –
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बीजापुर : 3,872 महिलाएं
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दंतेवाड़ा : 428 महिलाएं
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कांकेर : 191 महिलाएं
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नारायणपुर : 559 महिलाएं
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सुकमा : 2,608 महिलाएं
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि माओवाद से मुक्त हुए गांवों में शासन की सभी योजनाओं का लाभ दिलाने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने इसे खुशी की बात बताया कि इन गांवों की महिलाएं अब महतारी वंदन योजना से जुड़कर आत्मनिर्भरता की दिशा में नया कदम उठा रही हैं।
Author: Deepak Mittal









