शैलेश शर्मा 9406308437नवभारत टाइम्स 24×7.in जिला ब्यूरो रायगढ़
रायगढ़!खरसिया (छत्तीसगढ़): दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के झारसुगुड़ा-बिलासपुर रेल लाइन के भूपदेवपुर रेलवे स्टेशन पर कोयला साइडिंग से उत्पन्न प्रदूषण ने स्थानीय लोगों की परेशानियों को बढ़ा दिया है। पिछले 6-7 वर्षों से स्टेशन पर प्रदूषण की समस्या गंभीर होती जा रही है, जिससे यात्रियों और स्थानीय निवासियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
स्टेशन पर कोयला हंडलिंग के दौरान कोयले की धूल हवा में फैलती है, जिससे स्थानीय लोगों को श्वास संबंधी बीमारियां हो रही हैं। वहीं, प्रदूषण के कारण यात्रियों को भी गंतव्य तक पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने कई बार इस समस्या को रेलवे प्रशासन के सामने उठाया है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।

प्रदूषण से जुड़ी प्रमुख समस्याएं:
- स्टेशन पर कोयला साइडिंग से निकलने वाली धूल से सांस लेने में दिक्कत हो रही है।
- प्रदूषण के कारण यात्री और स्थानीय लोग असुविधा का सामना कर रहे हैं।
- धार्मिक स्थलों और स्थानीय जलस्रोतों पर भी प्रदूषण का असर देखने को मिल रहा है।
- कोयले की धूल से आसपास के पेड़-पौधे और फसलें भी प्रभावित हो रही हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि इस समस्या का जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। उन्होंने मांग की है कि रेलवे प्रशासन तत्काल कोयला साइडिंग को बंद करे या फिर प्रदूषण रोकने के लिए प्रभावी उपाय करे। स्थानीय निवासियों ने कहा कि न्याय और जनहित को ध्यान में रखते हुए इस मुद्दे का समाधान किया जाना चाहिए।
प्रशासन की ओर से अब तक इस समस्या के समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। अब देखना होगा कि रेलवे प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर क्या निर्णय लेता है।
