राजिम, छत्तीसगढ़।
ट्रेड एक्सपो यूएसए कंपनी से जुड़ी करोड़ों की ठगी के मुख्य आरोपी राजाराम तारक को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आरोपी ने निवेशकों से लगभग 1 करोड़ 43 लाख रुपये की धोखाधड़ी की थी। पुलिस ने उसके पास से 30 लाख रुपये से अधिक की मूल्यवान संपत्ति जब्त की है।
धोखाधड़ी का मामला
19 दिसंबर 2024 को पीड़ित संतोष देवांगन की शिकायत पर राजिम थाना क्षेत्र में मामला दर्ज किया गया था। आरोप है कि राजाराम तारक और उसके सहयोगियों ने अधिक लाभ का झांसा देकर निवेशकों को फंसाया और रकम हड़प ली। आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 409 और 34 के तहत कार्रवाई की गई।
झारखंड में भी धोखाधड़ी के आरोप
जांच में सामने आया कि राजाराम तारक झारखंड में भी इसी तरह की धोखाधड़ी में शामिल था। वहां के 11 लोगों से 4.66 करोड़ रुपये और छत्तीसगढ़ के 94 लोगों से 5.53 करोड़ रुपये की ठगी की गई। आरोपी फर्जी प्लेटफॉर्म के जरिए निवेशकों को डबल रिटर्न का लालच देता था।
जब्त संपत्ति और पुलिस कार्रवाई
आरोपी के कब्जे से पुलिस ने ब्रेजा कार (14 लाख रुपये), दो आईफोन (4 लाख रुपये), सोने की अंगूठी व चैन (2 लाख रुपये), नकदी ₹10,200 और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए। आरोपी ने न्यायालय में आत्मसमर्पण कर 2 जून तक पुलिस रिमांड पर रहा। उसके खातों से 8 लाख रुपये भी फ्रीज किए गए हैं।
पुलिस के अनुसार, धोखाधड़ी से प्राप्त रकम से आरोपी ने ससुराल में 60 लाख रुपये खर्च किए, 25 लाख रुपये का कर्ज चुकाया और 28 लाख रुपये की जमीन छुड़ाई।
पूर्व में 7 आरोपी जेल जा चुके
इस मामले में पहले भी 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। राजाराम तारक की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस ने उसके अवैध संपत्ति जब्ती के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है।
