रायपुर। भूपेश सरकार में मंत्री रहे शिव डहरिया की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। आने वाले समय में कांग्रेसी नेता के उपर क़ानूनी शिकंजा कस सकता है। मंगलवार को पूर्व मंत्री शिव डहरिया के खिलाफ राजधानी रायपुर के सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज की गई है। ये शिकायत C2 बंगले में चोरी को लेकर थाने में दर्ज कराई गई है। मनेंद्रगढ़ के RTI कार्यकर्ता राजकुमार मिश्रा ने यह शिकायत की है। शिकायत के बाद उन्होंने सिविल लाइन थाने बयान दर्ज कराया है। अब जांच के बाद इस मामले में अपराध दर्ज किया जायेगा। बता दें कि, शिव डहरिया जब मंत्री थे तब उन्हें ही यह C2 आवास आवंटित किया गया था
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जांच के बिंदु
इस बिंदु पर जांच होनी चाहिए कि पूर्व मंत्री शिव डहरिया के द्वारा मंत्री बंगला C2 खाली करने के पूर्व उपरोक्त प्रकार का चोरी अथवा वस्तुएं गायब हुई है या उनके मंत्री बंगला PWD के अधिकारी को हैंडोवर करने और NOC प्राप्त करने के पश्चात सामान गायब किया गया है.
यदि पूर्व मंत्री शिव डहरिया को NOC देने के पश्चात मकान में चोरी अथवा सामान गायब हुआ है तो PWD का वह अधिकारी इसके लिए जिम्मेदार है और यदि उनको NOC देने के पूर्व उक्त प्रकार का चोरी अथवा सामान गायब हुआ है तो ऐसी स्थिति में पूर्व मंत्री शिव डहरिया को NOC किस आधार पर और क्यों दे दी गई है.
इसके पश्चात विधिवत इस बिंदु पर भी जांच होना चाहिए कि क्या सचमुच मंत्री बंगला C2 में चोरी हुआ है अथवा वहां से उक्त घरेलू सामान निकाल लिया गया है. जिसने उक्त सामान निकाला है उस पर आपराधिक कार्रवाई किया जाना चाहिए.
सामुदायिक भवन पर कब्जे का लगा था आरोप, उड़ा दिए थे लाखों रूपए
गौरतलब है कि, पूर्व मंत्री शिव डहरिया की पत्नी शकुन डहरिया पर सामुदायिक भवन कब्जा का आरोप लगा था। लेकिन निगम के नोटिस के बाद उन्होंने शासकीय भूमि पर बने भवन को खाली कर दिया था। सामुदायिक भवन का मुद्दा विधानसभा में भी गूंजा था और इसकी जांच की घोषणा भी की गई थी। मंगलवार को संभाग आयुक्त की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी मामले की जांच करेगी और 3 महीने में अपनी रिपोर्ट सौपेंगी।

विधानसभा में भी उठा था मुद्दा
विधानसभा में ध्यानाकर्षण के दौरान सामुदायिक भवन पर कब्जे का मामला भाजपा विधायकों ने जोर-शोर से उठाया था। इस पर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस भी हुई थी। उल्लेखनीय है कि, पूर्व मंत्री शिव डहरिया की पत्नी पर सामुदायिक भवन पर कब्जे का आरोप लगा था, वहीं अब एक और पूर्व मंत्री अमरजीत भगत पर भी ऐसा ही कब्जे का आरोप लगा था।
निगम ने जारी किया था नोटिस
बता दें कि पूर्व मंत्री शिव डहरिया की पत्नी की अध्यक्षता में संचालित राजश्री सद्भावना समिति को निगम ने नोटिस जारी किया था। जिसमें उन्हें 72 घंटे के भीतर जोन क्रमांक 10 स्थित शताब्दी नगर के सामुदायिक भवन को खाली करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद पूर्व मंत्री की पत्नी के एनजीओ ने अपना बोरिया बिस्तर समेट कर भवन से बाहर निकलना ही सही समझा। गौरतलब है कि, इस दौरान पुलिस बल के जवान मौजूद थे।
