डीप्टी सीएम साव ने लोरमी में उल्लास साक्षरता केन्द्र का किया शुभांरभ…..

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निर्मल अग्रवाल : मुंगेली – प्रदेश के उप मुख्यमंत्री  अरूण साव 25 सितंबर को मुंगेली जिले के प्रवास पर रहे। इस दौरान उन्होंने नगर पालिका परिषद लोरमी के तुलसाघाट वार्ड क्रमांक 18 में रिबन काटकर नवभारत उल्लास साक्षरता केन्द्र का शुभारंभ किया। इस केन्द्र में बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान के तहत असाक्षरों को साक्षर किया जाएगा।

कार्यक्रम की शुरूआत मां सरस्वती की पूजा अर्चना के साथ की गई। इस असवर डिप्टी सीएम ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत् उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।

इसके पांच घटकों में बुनियादी शिक्षा, सख्यांत्मक ज्ञान, महत्वपूर्ण जीवन कौशल, व्यवसायिक कौशल विकास और सतत् शिक्षा शामिल है। कार्यक्रम के तहत 15 वर्ष से अधिक उम्र के असाक्षरों को जागरूक और साक्षर बनाने का कार्य किया जाएगा।

डीप्टी सीमए ने नवसाक्षरों का तिलक लगाकर किया स्वागत

डिप्टी सीएम ने नवसाक्षरों का तिलक लगाकर स्वागत किया और उल्लास प्रवेशिका का वितरण किया।  उन्होंने वहां उपस्थित लोगों को शपथ दिलाते हुए नवसाक्षरों को प्रेरित करने के लिए आव्हान किया। उन्होंने कहा कि पढ़ने-लिखने की कोई उम्र नहीं होती, विकास की कोई सीमा नहीं होती। हमारे देश में हर व्यक्ति को पढ़ने-लिखने का अधिकार है।

उन्होंने विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने नवसाक्षर लोगो को उल्लास केन्द्र का भरपूर लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही ‘‘दीप से दीप जलाएंगे, देश को साक्षर बनाएंगे’’ स्लोगन के साथ उल्लास रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। यह रथ विभिन्न वार्डो एवं ग्रामों में जाकर उल्लास साक्षरता का प्रचार-प्रसार करेगी।

जिले के 25 हजार असाक्षरों को किया जाएगा साक्षर

बता दें कि जिले में 25 हजार असाक्षरों को साक्षर बनाने के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कलेक्टर राहुल देव के निर्देशानुसार एवं जिला पंचायत सीईओ  प्रभाकर पाण्डेय के मार्गदर्शन में अब तक 22 हजार 293 असाक्षरों को पंजीयन किया जा चुका है।

पंजीयन प्रक्रिया अभी भी जारी है। समस्त ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकाय के वार्डों में उल्लास केन्द्र बनाया गया है। जहां पंजीकृत असाक्षरों को स्वयंसेवी शिक्षकों द्वारा साक्षर किया जाएगा। कॉलेज, स्कूल के छात्र-छात्राएं, युवा, महिला, डीएड-बीएड के विद्यार्थी एवं अन्य कोई भी व्यक्ति स्वयंसेवी शिक्षक बन सकते है।

10वीं और 12वीं के स्वयंसेवी शिक्षकों के लिए 10 अंक बोनस का प्रावधान

जिला शिक्षा अधिकारी सी.के. घृतलहरे ने बताया कि कक्षा 10 और 12वीं के विद्यार्थी स्वयंसेवी शिक्षक के रूप में 10 असाक्षरों को साक्षर करते हैं, तो उन्हें छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल के द्वारा 10 अंक बोनस के रूप में प्रदान किए जाने का प्रावधान।

कार्यक्रम के दौरान जिला परियोजना अधिकारी जिला साक्षरता प्राधिकरण मिशन मुंगेली रामनाथ गुप्ता, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी  डी.एस. राजपूत, मास्टर ट्रेनर  सृष्टि शर्मा, चंद्रशेखर उपाध्याय, रविन्द्र तिवारी,  दयाराम साहू सहित स्कूल के प्रधान पाठिका एवं समस्त शिक्षकगण मौजूद रहे।

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Author: Deepak Mittal

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