आरंग। छत्तीसगढ़ के नया रायपुर क्षेत्र में खुद को खनिज विभाग का अधिकारी बताकर ट्रक चालकों से अवैध वसूली कर रहे दो फर्जी अधिकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान अविनाश शर्मा और विनय यादव के रूप में हुई है। दोनों रात के समय हाईवा और भारी वाहनों को रोककर खुद को माइनिंग अधिकारी बताकर रिश्वत की मांग कर रहे थे।
पुलिस को इस पूरे मामले की जानकारी तब मिली, जब कुछ हाइवा चालकों को दोनों की हरकतों पर शक हुआ। उन्होंने देखा कि उनके पास न तो कोई सरकारी पहचान पत्र था और न ही वसूली का कोई अधिकृत आदेश। इस पर ट्रक चालकों ने तुरंत राखी थाना पुलिस को सूचना दी।
सूचना मिलते ही थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची और दोनों युवकों से पूछताछ की। शुरुआत में उन्होंने खुद को माइनिंग विभाग का अधिकारी बताया, लेकिन जब पुलिस ने पहचान और अधिकृत दस्तावेज मांगे, तो दोनों घबरा गए और अंततः फर्जीवाड़े की बात कबूल कर ली।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके पास से एक फर्जी दस्तावेज, एक मोबाइल फोन और एक बाइक जब्त की है, जिसका इस्तेमाल वे वसूली के दौरान करते थे। पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि वे सरकारी अधिकारी नहीं हैं और केवल अवैध वसूली के इरादे से यह ड्रामा कर रहे थे।
बीएनएस की कई धाराओं के तहत केस दर्ज
राखी थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों के खिलाफ BNS की धारा 296, 126, 308, 204, 3-5 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। इन धाराओं में धोखाधड़ी, सरकारी कर्मचारी बनकर ठगी करने, डराने-धमकाने जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं।
पहले भी कर चुके हैं ठगी की कोशिश
प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया है कि ये आरोपी पहले भी इसी तरह की घटनाएं कर चुके हैं। सुनसान सड़कों पर ट्रकों को रोकना, खुद को खनिज निरीक्षक बताकर चालकों से दस्तावेज मांगना, फिर छोटी कमियों का हवाला देकर जुर्माना या रिश्वत वसूलना – इनकी आम कार्यप्रणाली थी।
फिलहाल पुलिस आरोपियों के नेटवर्क और संभावित साथियों की तलाश कर रही है। यह भी जांच की जा रही है कि कहीं इनके पीछे किसी संगठित गिरोह का हाथ तो नहीं है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि कोई इसी प्रकार की हरकत करता नजर आए, तो तुरंत नजदीकी थाने को सूचना दें।
