4 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी है, हल्के में मत लो, झुकना तो दूर भारत का ये रुख तो ट्रंप ने सपने में भी नहीं सोचा होगा

Picture of Deepak Mittal

Deepak Mittal

डोनाल्ड ट्रंप का अमेरिका फर्स्ट का एजेंडा उनके दूसरी बार कुर्सी पर बैठते ही परवान चढ़ता नजर आ रहा है। वो दूसरे देशों को चेतावनियां देते और अनुसुना करने पर मनमाना टैरिफ ठोक देते। किन जब कोई देश उनकी हां में हां मिलाते तो कहते दे आर किसिंग माई एस।

ट्रंप सभी को 1 अगस्त की डेडलाइन के साथ सीधा संदेश दे चुके हैं कि अमेरिका से ट्रेड डील करो या भारी टैरिफ झेलो। ट्रंप की ये चाल बाजार को हिला रही है। भारत को भी ट्रंप के टैरिफ वॉर का प्रहार झेलना पड़ा और उस पर 25% का टैरिफ लगा दिया गया है। लेकिन ट्रंप की भारत को दवाब में लाने की नीति कारगर नहीं रहने वाली है क्योंकि कहा जा रहा हैकि भारत किसी भी दवाब में अपनी नीतियों से समझौता नहीं करने वाला है।

सूत्रों ने बताया कि केंद्र सरकार डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए 25 प्रतिशत टैरिफ और जुर्माने के बावजूद दृढ़ है और भारत 4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की एक मज़बूत अर्थव्यवस्था है जो किसी भी दबाव का सामना कर सकती है। सरकार अपने किसानों और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (MSME) के कल्याण को प्राथमिकता दे रही है। सरकार का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था अमेरिका के टैरिफ़ फ़ैसले का सामना करने के लिए पर्याप्त मज़बूत है। सरकारी सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत 4 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था है और हमें अपने किसानों और एमएसएमई के हितों की रक्षा करनी चाहिए।

उन्होंने आगे कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में पोखरण परमाणु परीक्षणों के बाद भारत ने आर्थिक प्रतिबंधों का सफलतापूर्वक सामना किया है और तब से अर्थव्यवस्था मज़बूत और व्यापक हुई है। सूत्रों ने कहा कि इसलिए, दबाव की रणनीति का कोई मतलब नहीं है। जो भी राष्ट्रीय हित में होगा, वही किया जाएगा। ट्रंप ने एक बार फिर भारत और रूस पर तीखा हमला बोला, उनके घनिष्ठ संबंधों की आलोचना की और कहा कि दोनों देश मिलकर अपनी “मृत अर्थव्यवस्थाओं को नीचे गिरा सकते हैं। उनकी यह ताज़ा टिप्पणी सभी भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने और रूस के साथ भारत के निरंतर व्यापार पर “जुर्माना” लगाने की घोषणा के तुरंत बाद आई है।

ट्रंप ने कहा कि मुझे इसकी परवाह नहीं कि भारत रूस के साथ क्या करता है। मुझे इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता, वे अपनी मृत अर्थव्यवस्थाओं को मिलकर नीचे गिरा सकते हैं। उन्होंने भारत की व्यापारिक प्रथाओं की आलोचना करते हुए कहा, “हमने भारत के साथ बहुत कम व्यापार किया है। उनके टैरिफ़ बहुत ज़्यादा हैं, दुनिया में सबसे ज़्यादा में से एक। ट्रंप ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा है कि भारत हमारा दोस्त है, लेकिन उनके ऊंचे टैरिफ और रूस से सैन्य उपकरण और ऊर्जा खरीद ने उनकी नीतियों को लेकर चिंता है। खासकर तब जब दुनिया यूक्रेन में रूस की हिंसा रोकना चाहती है। इस आधार पर उन्होंने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ और एक एक्स्ट्रा पैनल्टी लगाने का ऐलान किया है।

Deepak Mittal
Author: Deepak Mittal

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

August 2025
S M T W T F S
 12
3456789
10111213141516
17181920212223
24252627282930
31  

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *