आशा की किरण लेकर आया यह रिजोल्यूशन कंसल्टेंट
निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली 8959931111
सरगांव- मोदी सरकार द्वारा हाल ही में लिए गए जातीय जनगणना के फैसले को बिल्हा विधायक व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने ऐतिहासिक निर्णय बताते हुई फैसले का स्वागत किया है उन्होंने इसे भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि आशा की नई किरण लेकर आया है यह रिजोल्यूशन कन्सल्टेंट।
उन्होंने कहा कि यह बड़ा फैसला लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह साबित कर दिया कि वे सामाजिक और धार्मिक न्याय के प्रति दृढ़ संकल्पित है। छतीसगढ जैसा राज्य जंहा गहरी समाजिक विविधता है में सामाजिक संतुलन और न्याय का मार्ग प्रशस्त होगा। यह फैसला नीति निर्माण में विस्तार के साथ ही लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करेगा।उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ऐतिहासिक फैसला जिसका दशकों से इंतजार था.
का समूचा दलित आदिवासी पिछड़ा समाज स्वागत कर रहा। दशकों तक सत्ता में रहने के बावजूद जातीय जनगणना का सिर्फ राग अलापने वाले दल व उनके नेताओ के लिए ये फैसला सबक है जो मुद्दे पर कम्बल ओढ़कर सोते रहे है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार 1.270 एससी,748 एसटी जातियां है। 2011 में एससी आबादी 16.6 प्रतिशत और एसटी 8.6 प्रतिशत थी।
जातीय जनगणना के आधार अनुसूचित जाति एवं जनजातियों की गणना की जा सकेगी। जाति भारतीय राजनीति की सच्चाई है और जातीय जनगणना इसकी मजबूती जिससे लोकतंत्र और अधिक मजबूत होगा। मोदी सरकार के नेतृत्व में विभिन्न योजनाओं के साथ ही समय समय पर देश हित मे लिए गए अहम फैसलों ने देश को एक नई दिशा को ओर अग्रसर किया है।जमीनी सच्चाई से वाकिफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस फैसले ने ह्रदय को छू लिया है ऐसे अहम और मजबूत फैसले के लिए उनका ह्रदय से आभार।

Author: Deepak Mittal
