समर्पण, अनुशासन और समय प्रबंधन से मिलती है सफलता: राज्यपाल रमेन डेका
डॉ. सी.वी. रमन विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल का प्रेरणादायक उद्बोधन
रायपुर। राज्यपाल रमेन डेका ने कहा कि “समर्पण, अनुशासन और समय प्रबंधन सफलता की कुंजी हैं।” वे शुक्रवार को कोटा स्थित डॉ. सी.वी. रमन विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने 195 विद्यार्थियों को पीएचडी उपाधि और 189 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल प्रदान किया। समारोह के दौरान राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की दीक्षांत स्मारिका सहित अन्य प्रकाशनों का विमोचन भी किया।
राज्यपाल डेका ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में विद्यार्थियों से कहा कि भाषा ज्ञान का माध्यम है, बाधा नहीं। केवल अंग्रेजी जानने से कोई व्यक्ति ज्ञानी नहीं बन जाता। उन्होंने कहा कि “सच्चा ज्ञान तभी प्राप्त होता है जब हम किसी भी भाषा से मन, मस्तिष्क और व्यवहार के स्तर पर जुड़ते हैं।”
उन्होंने दीक्षांत को अंत नहीं, बल्कि नई शुरुआत बताते हुए कहा कि यह अवसर विद्यार्थियों के जीवन में नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है। राज्यपाल ने विद्यार्थियों को जीवन में दृढ़ता, कठोर परिश्रम और अनुशासन को अपनाने की सीख दी और कहा कि यही तीन स्तंभ किसी व्यक्ति को सफलता के शिखर तक पहुंचा सकते हैं।
राज्यपाल डेका ने विद्यार्थियों को माता-पिता और समाज के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने की भी सीख दी। उन्होंने कहा, “समाज ने हमें बहुत कुछ दिया है, अब हमें यह सोचना है कि हम समाज को क्या लौटाएंगे।” उन्होंने विद्यार्थियों को समय का प्रभावी प्रबंधन करने का सुझाव देते हुए कहा कि “समय और अवसर आपकी सबसे बड़ी पूंजी हैं, इनका सही उपयोग ही आपको आगे बढ़ा सकता है।”
राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा केवल डिग्री प्राप्त करने का माध्यम नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण की प्रक्रिया है। उन्होंने शिक्षकों और विद्यार्थियों के बीच संवाद, विश्वास और प्रेरणा के रिश्ते को मजबूत बनाए रखने की आवश्यकता बताई।
कार्यक्रम में केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा कि सपनों को साकार करने के लिए समर्पण, अनुशासन और समय का सही उपयोग आवश्यक है। उच्च शिक्षा मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि दीक्षांत केवल शिक्षा का समापन नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण में योगदान की शुरुआत है।
इस अवसर पर कुलाधिपति संतोष चौबे, कुलपति डॉ. प्रदीप कुमार घोष, कुलसचिव डॉ. अरविंद कुमार तिवारी, आईआईटी भिलाई के निदेशक प्रो. राजीव प्रकाश, आइसेक्ट समूह के सचिव डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी, कलेक्टर संजय अग्रवाल और एसएसपी रजनेश सिंह सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
समारोह के अंत में राज्यपाल रमेन डेका ने “मां के नाम एक पेड़” अभियान के तहत पौधा रोपण किया और विश्वविद्यालय को भविष्य में देश के अग्रणी शैक्षणिक संस्थानों में स्थान प्राप्त करने की शुभकामनाएं दीं।
Author: Deepak Mittal









