जे के मिश्र
, जिला ब्यूरो चीफ,
नवभारत टाइम्स ,24*7in, बिलासपुर
बिलासपुर रतनपुर। जिले के प्रमुख धार्मिक स्थल महामाया मंदिर परिसर स्थित कुंड से करीब 30 कछुओं के अवैध शिकार की घटना ने सनसनी फैला दी है। बताया जा रहा है कि अज्ञात शिकारियों ने मंदिर कार्यालय के पीछे बने कुंड में जाल डालकर इस घटना को अंजाम दिया। आश्चर्य की बात यह है कि मंदिर परिसर में सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षाकर्मी मौजूद होने के बावजूद इतनी बड़ी वारदात हो गई।
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह पहली बार नहीं है जब कुंड में कछुओं का शिकार हुआ है। इससे पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन इस बार बड़ी संख्या में कछुओं के मारे जाने से लोगों में नाराजगी और आक्रोश देखा गया। सुबह के समय जब लोगों ने मरे हुए कछुओं को कुंड में देखा तो उन्होंने तत्काल वन विभाग और मंदिर ट्रस्ट को इसकी सूचना दी।
हालांकि, ट्रस्ट और प्रशासन की ओर से इस मामले पर अनभिज्ञता जताई गई। वहीं, यह सवाल उठने लगे हैं कि जब परिसर में सुरक्षा के लिए कैमरे और कर्मचारी तैनात हैं, तो फिर आखिरकार यह घटना कैसे हो गई? कुछ लोगों ने इसे प्रशासनिक लापरवाही और मंदिर प्रबंधन की मिलीभगत का परिणाम भी बताया है।
घटना के बाद स्थानीय निवासियों ने मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन से मामले की गंभीर जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। वन विभाग के रेंजर और ट्रस्ट के प्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया है कि सीसीटीवी फुटेज की जांच कर अज्ञात आरोपियों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
फिलहाल इस पूरे मामले ने मंदिर परिसर की सुरक्षा व्यवस्था और जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। देखना यह होगा कि प्रशासन इस संवेदनशील मामले में कितनी तत्परता दिखाता है और कब तक दोषियों को पकड़कर सजा दिलाई जाती है।
