दीपक मितल छत्तीसगढ़
राजनांदगांव — भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय, राजनांदगांव ने एक बार फिर अपने सेवा भाव और तत्परता का परिचय देते हुए आपातकालीन स्थिति में पहुँची एक गर्भवती महिला को तुरंत चिकित्सकीय सहायता प्रदान की।
30 अप्रैल को मध्यरात्रि के समय ग्राम पनारकसा (जिला बालोद) से 22 वर्षीय श्रीमती लिंकेश्वरी को गंभीर स्थिति में अस्पताल लाया गया। ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों ने न केवल तुरंत मरीज की जाँच की, बल्कि आवश्यक परीक्षणों के आधार पर उसे उचित चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध कराई। महिला को खून की कमी, पीलिया की आशंका तथा शिशु की धड़कन सामान्य से कम पाई गई, जिसे देखते हुए डॉक्टरों ने उसे तत्काल भर्ती होकर सुरक्षित प्रसव कराने की सलाह दी।
चिकित्सकीय जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए डॉक्टरों ने मरीज और उसके परिजनों को पूरी जानकारी दी और समुचित उपचार का सुझाव भी दिया। दुर्भाग्यवश, परिजनों ने स्वयं मरीज को भर्ती करने से इनकार किया और बिना औपचारिक प्रक्रिया पूर्ण किए अस्पताल से चले गए।

बाद में इस संबंध में कुछ भ्रामक जानकारियाँ मीडिया में सामने आईं, जिनमें कहा गया कि मरीज को देखा नहीं गया — यह तथ्यात्मक रूप से असत्य है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि यहाँ आने वाले प्रत्येक मरीज को निर्धारित प्रक्रिया के तहत सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाती है।
महाविद्यालय प्रशासन ने दोहराया है कि वह मरीजों की देखभाल और चिकित्सा सेवा के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है, और हर परिस्थिति में मानवता और चिकित्सा नैतिकता का पालन करता है।

राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज की यह त्वरित कार्रवाई एक उदाहरण है कि संस्थान आपात स्थितियों में भी सजग और सेवा-समर्पित बना हुआ है, जिससे आमजन का विश्वास सुदृढ़ बना हुआ है,000
