Prayagraj Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में करोडों की भीड़ में श्रद्धालुओं को गुम होने से बचाया जा सके, इसके लिए प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। इसके बावजूद परिवार के साथ विशाल मेले में भ्रमण करते वक्त गुम होने का डर रहता है।
ऐसे में प्रयागराज संगम तट पर पहुंची दो बहनों ने एक अनोखा आइडिया अपनाया है, जिसकी मेला क्षेत्र में चर्चा है।
कुंभ मेले में झारखंड से गीता और ललिता दो बहनें पहुंची हैं। दोनों पिछले दो दिनों से कुंभ नगर में भ्रमण कर रही हैं। मेला क्षेत्र में वे एक दूसरे अलग ना हो जाएं इसके लि उन्होंने एक खास योजना बनाई है। महाकुंभ में पहले दिन यानी सोमवार को पवित्र स्नान शुरू हुआ। इस दिन एक अनुमान के मुताबिक, साधु संतों समेत करीब 60 लाख लोगों ने संगम तट पर डुबकी लगाई।
महाकुंभ में झारखंड की दो बहनें, गीता और ललिता, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इस साल के महाकुंभ मेले में खो जाने से बचने के लिए एक अभिनव और रचनात्मक समाधान लेकर आई हैं, जिसमें 45 करोड़ से अधिक भक्तों के आने की उम्मीद है। दोनों बहनों ने अपने-अपने हाथों में चूड़ियां लाल रिबन से बांध रखी हैं, जिससे उन्हें एक-दूसरे के करीब रहने में मदद मिलेगी और प्रयागराज में भारी भीड़ के बीच अलग होने से बचेंगे।
एक बयान में डीजीपी प्रशांत कुमार, “इस बार का कुंभ आस्था और आधुनिकता का मिश्रण है। पारंपरिक पुलिस व्यवस्था के अलावा, हमने भक्तों को बेहतर सुरक्षा प्रदान करने के लिए नवीनतम तकनीकों को लागू किया है और इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।”
