
बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में मानसून की गतिविधियों में कमी आई है, लेकिन सरगुजा और बिलासपुर संभाग में अभी भी भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। कोरबा के हसदेव बांध का जल स्तर बढ़ने के कारण एक गेट 7 फीट तक खोल दिया गया है, जिससे 13,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। प्रशासन ने निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है और अलर्ट मोड पर है।
सरगुजा-बिलासपुर संभाग में भारी बारिश
आईएमडी रायपुर के अनुसार, 8 अगस्त को छत्तीसगढ़ के दो संभाग, सरगुजा और बिलासपुर में भारी बारिश की संभावना है। प्रशासन ने नदी-नालों के उफान पर होने के कारण लोगों से उन्हें पार करने से मना किया है। इन क्षेत्रों में आज सुबह से ही बारिश जारी है।
प्रदेश में भारी बारिश से राहत
मौसम विभाग के अनुसार, सरगुजा और बिलासपुर को छोड़कर प्रदेश के अन्य संभागों में हल्की और मध्यम बारिश होगी। कुछ इलाकों में धूप निकलने से किसानों को राहत मिली है। कहीं-कहीं फुहारें पड़ सकती हैं।
कोरबा में जनजीवन प्रभावित
बिलासपुर संभाग के कोरबा में लगातार बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हो गया है। तीन दिनों से जारी बारिश के कारण दैनिक गतिविधियां रुक गई हैं।
जिले के बांधों के खोले गए गेट
कोरबा जिले में भारी बारिश के कारण दर्री डैम लबालब हो गया है। इसके गेट खोल दिए गए हैं और हसदेव नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। गेरवा घाट पर बने एनिकट के ऊपर से पानी बह रहा है, जिससे राताखार, मोती सागर पारा और दादर नाला क्षेत्रों में पानी भर गया है।
मौसम प्रणाली
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि सिनोष्टिक सिस्टम के तहत:
समुद्र तल पर मानसून की द्रोणिका गंगानगर, पिलानी, आगरा, चुर्क, रांची और दीघा से होकर दक्षिण-पूर्व दिशा में उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है।
एक चक्रवाती परिसंचरण गंगीय पश्चिम बंगाल और उससे सटे झारखंड व उत्तरी उड़ीसा के ऊपर समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर बना हुआ है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है।
अगले 24 घंटों के अंदर इसके प्रभाव से इसी क्षेत्र में निम्न दाब का क्षेत्र बनने की संभावना है।
कल से बारिश में राहत
मौसम विभाग रायपुर के पूर्वानुमान के अनुसार, कल के बाद प्रदेश में तेज बारिश का दौर कम होगा। गरज-चमक के साथ वज्रपात की संभावना है। अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।