बिलासपुर : सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित सेंट विंसेंट पलोटी स्कूल में हुए विस्फोट मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए स्कूल ने आठवीं कक्षा के दो छात्र और दो छात्राओं को स्कूल से सस्पेंड कर दिया है। जांच में सामने आया कि इन विद्यार्थियों ने पटना से ऑनलाइन विस्फोटक पदार्थ मंगवाकर इसे स्कूल के महिला बाथरूम में रखा था। शुक्रवार सुबह हुए इस धमाके में चौथी कक्षा की छात्रा गंभीर रूप से घायल हो गई, जिसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया।

घटना के अगले दिन शनिवार को गुस्साए अभिभावकों ने स्कूल में हंगामा कर दिया। उनका कहना था कि पूर्व में भी इस तरह की घटनाएं हुई हैं, लेकिन कठोर कार्रवाई न होने के कारण यह सिलसिला जारी रहा। अभिभावकों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और स्कूल से निष्कासन की मांग की।
प्रारंभिक जांच में पता चला कि आठवीं कक्षा के चार विद्यार्थियों ने सोडियम मंगवाकर इसे महिला बाथरूम में रखा था। जब चौथी कक्षा की छात्रा ने बाथरूम का फ्लश ऑन किया तो पानी के संपर्क में आते ही सोडियम में विस्फोट हो गया। जिससे छात्रा गंभीर रूप से घायल हो गई। फोरेंसिक जांच में घटनास्थल से सिल्वर पैकिंग का एक टुकड़ा भी मिला, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि विस्फोटक पदार्थ बाहर से मंगवाया गया था।
पूछताछ के दौरान, पुलिस को पता चला कि घायल छात्रा के पहले आठवीं की एक छात्रा बाथरूम गई थी। जब पुलिस ने संदेही छात्रा से पूछताछ की, तो उसने स्वीकार किया कि उसने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर यह विस्फोटक मंगवाया था। शुरू में उन्होंने इसे महज शरारत बताया उनका असली लक्ष्य स्कूल की एक शिक्षिका थी।

मामले को देखते हुए स्कूल प्रबंधन ने अज्ञात दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। पुलिस ने मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए (ज्वलनशील पदार्थ का उपयोग कर किसी को आहत करना) के तहत अपराध दर्ज किया है। अब चारों नाबालिग आरोपियों को बाल न्यायालय में पेश करने की तैयारी की जा रही है।
