रायपुर, 23 मई 2025:
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने माओवादियों के खिलाफ हालिया बड़ी सफलता के लिए सुरक्षा बलों की सराहना करते हुए कहा कि अब वह दिन दूर नहीं जब बस्तर से नक्सलवाद का नामोनिशान मिट जाएगा। मुख्यमंत्री ने 21 मई को नारायणपुर, दंतेवाड़ा और बीजापुर की सरहदी पहाड़ियों में डीआरजी, बीएसएफ और जिला बल द्वारा चलाए गए संयुक्त ऑपरेशन में 27 माओवादियों के मारे जाने को अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई बताया।
मुख्यमंत्री साय आज ओरछा ब्लॉक के ग्राम बासिंग स्थित बीएसएफ कैम्प पहुंचे, जहां उन्होंने ऑपरेशन में शामिल जवानों से मुलाकात कर उनका तिलक लगाकर अभिनंदन किया और LED सेट एवं गिफ्ट हैम्पर भेंट किए। उन्होंने जवानों की वीरता की सराहना करते हुए कहा, “हमारे जवानों का हौसला दुर्गम पहाड़ों से भी ऊंचा है।”
मुख्यमंत्री के साथ उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, वन मंत्री केदार कश्यप, और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह भी उपस्थित रहे। मौके पर पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम, एडीजी विवेकानंद सिन्हा, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
ऐतिहासिक ऑपरेशन की प्रमुख उपलब्धियाँ:
27 हार्डकोर माओवादी ढेर, जिनमें वांछित माओवादी बसवा राजू भी शामिल।
मुठभेड़ के बाद भारी मात्रा में हथियार बरामद – AK-47, INSAS, BGL लॉन्चर, .303 बंदूक, 9mm कार्बाइन सहित कई आधुनिक हथियार।
जवानों को 50 मोटरबाइकों पर गश्त के लिए रवाना किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस ऐतिहासिक सफलता ने यह साबित कर दिया है कि बस्तर अब बदलाव के दौर में है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद समाप्त करने के संकल्प को छत्तीसगढ़ तेजी से साकार कर रहा है।
विकास की ओर बढ़ता बस्तर:
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि बस्तर को शासन की योजनाओं से जोड़ने के लिए “PM जनमन” और “नियद नेल्लानार” जैसी योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनका सकारात्मक असर दिख रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अब बस्तर के दूरस्थ इलाकों में भी शिक्षा, स्वास्थ्य और निर्माण कार्यों में तेजी आएगी।
इस दौरान जवानों ने ऑपरेशन की रणनीति और तैयारी की जानकारी मुख्यमंत्री को दी और मुठभेड़ में जब्त किए गए हथियारों का प्रदर्शन भी किया।
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने भी जवानों की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा कि यह सफलता राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराही जा रही है। उन्होंने कहा कि बस्तर अब विकास की नई राह पर अग्रसर है।
