बिलासपुर। राजनीति के चमकदार पर्दे के पीछे चल रहे गंदे खेल का खुलासा तब हुआ जब सीपत क्षेत्र के ग्रामीणों ने एक पिकअप वाहन में भरा सैकड़ों क्विंटल पीडीएस चावल पकड़ लिया। बुधवार शाम की यह घटना जिले में भूचाल ला दी — क्योंकि गाड़ी से पकड़ा गया शख्स कोई आम आदमी नहीं, बल्कि स्थानीय भाजपा नेता राज्यवर्धन कौशिक का भाई, धनवंतरी भूषण कौशिक था।
ग्रामीणों की सतर्कता से सामने आया कि भूषण कौशिक और उसका ड्राइवर सरकारी राशन के चावल को खुले बाजार में बेचने ले जा रहे थे। जब ग्रामीणों ने शक के आधार पर वाहन रोका, तो उसमें भारी मात्रा में चावल मिला — जिसे गरीबों के थाली से निकालकर मुनाफे के थैले में भरने की कोशिश की जा रही थी।
सूत्रों के मुताबिक, यह कोई अकेला मामला नहीं है। हर ब्लॉक में ऐसे चार-पांच कार्यकर्ता सक्रिय हैं, जो राजनीतिक संरक्षण के बल पर यह अवैध कारोबार चला रहे हैं। पहले कांग्रेस राज में भी ऐसे ही मामले सामने आए थे, अब सत्ता बदलने के बाद भाजपा के कुछ लोग उसी रास्ते पर चलते दिख रहे हैं।
ग्रामीणों ने गाड़ी समेत आरोपियों को सीपत थाने के हवाले कर दिया। बताया जाता है कि आरोपी के भाई, भाजपा नेता राज्यवर्धन कौशिक ने स्थानीय स्तर पर दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों के एकजुट विरोध के आगे उसकी सारी कोशिशें धरी रह गईं।
पुलिस ने चावल और वाहन जब्त कर लिया है। दोनों आरोपी हिरासत में हैं और मामले की जांच जारी है।
थाना प्रभारी ने बताया — “यह मामला सिर्फ अवैध व्यापार का नहीं, बल्कि गरीबों के हक की चोरी का है। जो भी इसमें शामिल होगा, उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।”
Author: Deepak Mittal









