नवरात्रि पर भाजपा सरकार का बड़ा तोहफा! निगम-मंडल-आयोग में मिल सकती है नियुक्तियों की सौगात
बालोद समेत कई जिलों के नेताओं की निगाहें लाल बत्ती पर, करीब तीन दर्जन पदों पर जल्द होगा ऐलान
रायपुर।प्रदेश में नवरात्रि का पर्व इस बार भाजपा नेताओं के लिए नई उम्मीदें लेकर आ सकता है। लंबे इंतजार के बाद अब निगम, मंडल और आयोग में बची हुई नियुक्तियों पर सरकार जल्द बड़ा ऐलान कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के विदेश प्रवास से लौटने के बाद भाजपा संगठन और सरकार के बीच मंथन का दौर लगभग पूरा हो चुका है। ऐसे में संभावना है कि 22 सितंबर से शुरू हो रहे नवरात्र पर्व पर करीब तीन दर्जन पदों पर नियुक्ति की घोषणा होगी।
पिछली बार अप्रैल में हुई थीं बड़ी नियुक्तियां
भाजपा सरकार बनने के बाद अप्रैल माह में 34 निगम और मंडलों के 36 पदों पर नेताओं की ताजपोशी की गई थी। हालांकि आधा दर्जन पदों पर कानूनी व संगठनात्मक पेंच फंस जाने से कुछ नेताओं को दूसरे मंडलों में समायोजित करना पड़ा। अब बचे हुए पदों पर पार्टी नेताओं को समायोजित करने की तैयारी अंतिम चरण में है।
बालोद के नेता को भी मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
प्रदेश की राजनीति में सक्रिय बालोद जिले के एक प्रभावशाली नेता को भी इस बार लाल बत्ती का तोहफा मिलने के संकेत हैं। संगठन स्तर पर इसको लेकर चर्चा भी तेज हो गई है।
इन निगम-मंडलों में हैं पद खाली
नवरात्रि में नियुक्तियों की घोषणा होने पर जिन महत्वपूर्ण संस्थाओं में पद भरने की संभावना है, उनमें शामिल हैं –
मार्कफेड
लघु वनोपज सहकारी संघ
फिल्म विकास निगम
मत्स्य महासंघ
हथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ
सिंधी अकादमी
सहकारी संघ
इसके साथ ही पांच जिलों के सहकारी केंद्रीय बैंक और चार शक्कर कारखानों में भी अध्यक्ष बनाए जाने हैं। वहीं रायपुर विकास प्राधिकरण, गृह निर्माण मंडल जैसे महत्वपूर्ण बोर्ड और निगमों में उपाध्यक्षों व सदस्यों के डेढ़ दर्जन से ज्यादा पद रिक्त हैं।
भाजपा दावेदारों की नजरें टिकीं
मंत्रिमंडल विस्तार और प्रदेशाध्यक्ष किरण देव की नई कार्यकारिणी के ऐलान के बाद अब विधायकों की नजर संसदीय सचिवों पर है, जबकि संगठन से जुड़े नेताओं की निगाह निगम-मंडल व आयोग की नियुक्तियों पर है। भाजपा के प्रदेश और राष्ट्रीय नेतृत्व के बीच इस पर सहमति बन चुकी है।
करीब तीन दर्जन पदों पर होगा फैसला
कुल मिलाकर इस बार नवरात्रि पर भाजपा के लगभग तीन दर्जन नेताओं को जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी है। ऐसे में पार्टी के दावेदारों की निगाहें प्रदेश सरकार की ओर टिकी हुई हैं।
यह ऐलान नवरात्रि पर्व पर भाजपा नेताओं के लिए किसी “राजनीतिक प्रसाद” से कम नहीं होगा। अब देखना दिलचस्प होगा कि आखिर किसे लाल बत्ती का तोहफा मिलता है और किसकी उम्मीदें अधूरी रह जाती हैं।

Author: Deepak Mittal
