Hazaribagh:झारखंड के हजारीबाग जिले में सोमवार सुबह सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में तीन माओवादी मारे गए, जिनमें से एक पर एक करोड़ रुपये का इनाम था। पुलिस ने यह जानकारी दी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गोरहर थाना क्षेत्र के पंतित्री जंगल में सुबह करीब छह बजे प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के सहदेव सोरेन के दस्ते और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई।
झारखंड पुलिस के महानिरीक्षक (ऑपरेशन) और प्रवक्ता माइकल राज एस ने बताया, ”तलाशी अभियान के दौरान एक करोड़ रुपये के इनामी माओवादी सहदेव सोरेन और दो अन्य माओवादियों के शव बरामद कर लिए गए हैं।” उन्होंने बताया कि सहदेव उर्फ प्रवेश प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) की केंद्रीय समिति का सदस्य था।
उन्होंने बताया कि अभियान में मारे गए दो अन्य लोगों की पहचान रघुनाथ हेम्ब्रम उर्फ चंचल और बीरसेन गंझू के रूप में हुई है। आईजी (ऑपरेशन) ने कहा, ”रघुनाथ संगठन का विशेष क्षेत्र समिति सदस्य था और उस पर 25 लाख रुपये का इनाम था, जबकि गंझू क्षेत्रीय समिति का सदस्य था और उस पर 10 लाख रुपये का इनाम था।”
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ में कई हथियार बरामद किए गए। उन्होंने बताया कि एक खुफिया रिपोर्ट के आधार पर कोबरा, हजारीबाग और गिरिडीह पुलिस कर्मियों के साथ मिलकर बोकारो और गिरिडीह जिलों की सीमा पर स्थित पंतित्री जंगल में एक संयुक्त अभियान चलाया गया।
पुलिस अधिकारी ने कहा, ”जैसे ही संयुक्त बल जंगल में पहुंचे, माओवादियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी और सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। गोलीबारी के दौरान तीन माओवादी मारे गए।” उन्होंने बताया कि तलाश अभियान अभी जारी है। पिछले दो दिन में झारखंड में नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच यह दूसरी मुठभेड़ है।
रविवार को प्रतिबंधित माओवादी समूह तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति समिति (टीएसपीसी) का स्वयंभू उप-जोनल कमांडर मुखदेव यादव (40) उर्फ तूफान जी झारखंड के पलामू जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। उस पर पांच लाख रुपये का इनाम था।

Author: Deepak Mittal
