उत्तराखंड के धराली में आई तबाही में कई लोग अभी भी लापता हैं। NDRF, SDRF, भारतीय सेना समेत कई एजेंसियां खोजबीन और राहत-बचाव अभियान में लगी हुई हैं। अभी तक सिर्फ 6 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है लेकिन लगभग 50 लोग लापता हैं।
लापता लोगों में महाराष्ट्र से घूमने आया 24 दोस्तों का एक समूह भी शामिल है।
पुणे से लगभग 60 किलोमीटर दूर मंचर के आवासी खुर्द गांव के एक स्कूल से जुड़े 24 दोस्त उत्तरकाशी घूमने आए थे, लेकिन वे घटना के बाद से ही लापता हैं। ये सभी एक स्कूल के 1990 के दसवीं कक्षा के सहपाठी थे, जो 34 साल बाद मिले थे और उत्तराखंड घूमने का प्लान बनाया था।
उत्तराखंड के राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा है कि महाराष्ट्र के कम से कम 149 पर्यटक उत्तराखंड में फंसे हुए हैं। आवासी खुर्द निवासी अशोक भोर और उनके 1990 बैच के दसवीं कक्षा के 23 दोस्त 35 साल बाद ‘चार धाम यात्रा’ के लिए एक साथ आए थे। इनमें से अधिकांश लोग मुंबई में रहते हैं। ये सभी एक अगस्त को निकले थे और 12 अगस्त को दिल्ली से लौटने वाले थे।
अशोक भोर के बेटे आदित्य ने बताया कि आखिरी बार बातचीत सोमवार शाम करीब 7 बजे हुई थी, तब ये सभी गंगोत्री से करीब 10 किलोमीटर दूर थे और भूस्खलन के कारण फंसे हुए थे। इसके बाद से समूह में से किसी से भी बातचीत नहीं हो पाई है। किसी का भी फोन नहीं लग रहा है।
कहां-कहां के पर्यटक फंसे हैं?
रिपोर्ट्स की मानें तो महाराष्ट्र के कुल 149 पर्यटक उत्तरकाशी में फंसे हुए हैं, जिनमें से 76 मुंबई, 17 छत्रपति संभाजीनगर, 15 पुणे, 13 जलगांव, 11 नांदेड़, 5 ठाणे, नासिक और सोलापुर से चार-चार पर्यटक हैं। मालेगांव से तीन और अहिल्यानगर से एक पर्यटक भी शामिल है। 149 पर्यटकों में से लगभग 75 से संपर्क नहीं हो पा रहा है। फोन या तो बंद हैं या नेटवर्क क्षेत्र से बाहर हैं।
