2024 की संसदीय चुनाव: महाराष्ट्र-झारखंड में जीत के लिए PM नरेंद्र मोदी-राहुल गांधी ने कितना जोर लगाया?
2024 में महाराष्ट्र-झारखंड विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। 20 नवंबर (बुधवार) को महाराष्ट्र की सभी 288 सीटों पर एकल फेज और झारखंड की सेकंड फेज की 38 सीटों पर वोट डाले जाएंगे।23 नवंबर को दोनों राज्यों के नतीजे होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने झारखंड और मध्य प्रदेश में जीत के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (भाजपा) और राहुल गांधी (कांग्रेस) ने महाराष् ट्र-झारखंड विधानसभा चुनाव में उत्कृष्ट प्रचार और रैलियां कीं।
राज्य चुनाव 2024: PM ने 8 रैलियां कीं, राहुल ने 6 रैलियां कीं
एक महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र में 8 रैलियां कीं, गृह मंत्री अमित शाह ने 20 रैलियां कीं, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 72 रैलियां कीं और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने 15 रैलियां कीं। CM शिंदे ने 75, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने 50-50 रैली जीती। एमवीए के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 60, आदित्य ठाकरे ने 50, शरद पवार ने 55 और राहुल गांधी ने 6 सभाएं कीं।छत्तीसगढ़ में नक्सल आपरेशन में मिल रही सफलता की पूरे देश में हो रही है प्रशंसा : मुख्यमंत्री साय
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024: मोदी-खरगे ने 6-6 बैठकें कीं
एनडीए के नेताओं में से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने 6-6 रैलियां कीं। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आठ, शिवराज सिंह चौहान ने पच्चीस और हिमंता बिस्वा सरमा ने पच्चीस सभाएं कीं। India: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने 6-6, सीएम हेमंत सोरेन ने 93, कल्पना सोरेन ने 99, तेजस्वी यादव ने 23, लालू यादव और सचिन पायलट ने 1-1 सभा जीती।
महायुति vs महाविकास अघाड़ी
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में छह बड़ी पार्टियां एक साथ चुनाव मैदान में हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुआई में शिंदे गुट की शिवसेना और अजित पवार की NCP महायुति का हिस्सा हैं। जबकि कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) और शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) यानी NCP(SP) महाविकास अघाड़ी का हिस्सा हैं।
पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना का गठबंधन था। तब भाजपा ने 105 और शिवसेना ने 56 सीटें जीती थीं। जबकि कांग्रेस को 44 और NCP को 54 सीटें मिलीं थीं। भाजपा-शिवसेना आसानी से सत्ता में आ जातीं, लेकिन गठबंधन टूट गया।नीलामी के इतिहास में आईपीएल के चार सबसे युवा खिलाड़ी, सूची में दो अफगानिस्तानी खिलाड़ी