जे के मिश्र
ब्यूरो चीफ
नवभारत टाइम्स 24*7in बिलासपुर
बिलासपुर। तखतपुर क्षेत्र में आयोजित सुशासन शिविर के दौरान एक अनोखी मांग सामने आई, जिसने सभी को हैरान कर दिया। ग्राम पंचायत जरौंदा में आयोजित समाधान शिविर के मंच पर ग्रामीणों ने विधायक धर्मजीत सिंह से क्षेत्र में शराब दुकान खोले जाने की मांग रख दी। विधायक भी इस अभूतपूर्व मांग पर अचंभित रह गए और मंच से ही इसे अपने राजनीतिक जीवन का पहला अनुभव बताया।
विधायक बोले– 22 साल में पहली बार मिला ऐसा आवेदन
भाजपा विधायक धर्मजीत सिंह ने मंच से कहा कि अपने 22 साल के राजनीतिक सफर में यह पहला मौका है जब किसी गांव से शराब दुकान खोलने का आवेदन मिला है। उन्होंने मौके पर मौजूद आबकारी निरीक्षक से शराब दुकान स्थापना की प्रक्रिया की जानकारी ली और आश्वासन दिया कि मांग पर विचार किया जाएगा।
कोड़ापुरी के ग्रामीणों ने रखी अपनी बात
ग्राम कोड़ापुरी से आए ग्रामीणों ने एकमत होकर कहा कि उनके गांव में कोई शराब दुकान नहीं है, जिससे शराब लेने के लिए उन्हें करीब 20 किलोमीटर दूर शहर जाना पड़ता है। इस दौरान रास्ते में दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है। इसी कारण वे गांव में ही शराब दुकान खुलवाना चाहते हैं।
इस आशय की मांग ग्रामीणों ने शिविर में हाथ उठाकर भी जताई, जिसमें पुरुषों के साथ महिलाओं की उपस्थिति भी दर्ज की गई।
आबकारी विभाग ने जताया सकारात्मक रुख
आबकारी निरीक्षक कल्पना राठौर ने जानकारी दी कि ग्रामीणों की ओर से जो मांग आई है, उसका प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। जल्द ही इस पर उचित निर्णय लिया जाएगा।
सामाजिक पहलू पर उठे सवाल
हालांकि यह मांग ग्रामीणों की सुविधा को लेकर की गई है, लेकिन इससे सामाजिक और नैतिक सवाल भी उठ रहे हैं। क्षेत्र में शराब के दुष्प्रभावों को लेकर लंबे समय से चर्चाएं होती रही हैं। ऐसे में ग्रामीणों द्वारा शराब दुकान खोलने की पहल को लेकर कई वर्गों में अलग-अलग राय बन रही है।
अब देखना होगा कि शासन इस मांग पर क्या फैसला लेता है और यह पहल ग्रामीण सुविधा बनती है या सामाजिक चिंता का विषय।
