जे के मिश्र
जिला ब्यूरो चीफ
नवभारत टाइम्स24*7in बिलासपुर
बिलासपुर। सिम्स अस्पताल में एक नवजात की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं, जिससे चिकित्सा व्यवस्था फिर सवालों के घेरे में आ गई है।
इस घटना के बाद अस्पताल प्रबंधन ने विशेष जांच दल गठित किया है,अस्पताल अधीक्षक ने निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
परिजनों का कहना है कि डिलीवरी के बाद बच्चा पूरी तरह स्वस्थ था, लेकिन मां का दूध न आने की स्थिति में डॉक्टरों की सलाह पर शिशु को डिब्बाबंद दूध (लेक्टोजेन) पिलाया गया। इसके बाद ही बच्चे की तबीयत बिगड़ने लगी।
परिजनों ने जब बच्चे की बिगड़ती हालत डॉक्टरों को दिखानी चाही तो इसे सामान्य बताकर उन्हें लौटा दिया गया। रातभर बच्चा परेशान रहा और सुबह होते-होते उसकी मौत हो गई।
मामले के बाद परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा किया। 112 पुलिस और मीडिया की मौजूदगी के बाद ही पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू हो सकी। परिजनों की मांग है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही न हो।
सिम्स अधीक्षक डॉ. लखन सिंह ने बताया कि मामले की जांच के लिए गायनिक और शिशु रोग विशेषज्ञों की टीम बनाई गई है और रिपोर्ट जल्द सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी इस पूरे घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं और दावा किया गया है कि जांच पारदर्शी तरीके से की जा रही है ताकि सच्चाई सबके सामने आ सके।
