बिलासपुर। केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा है कि अब राजनीति केवल सत्ता तक पहुंचने का जरिया नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण का सशक्त मंच बन चुकी है। वे रविवार को बिलासपुर के परसदा में आयोजित ‘अरण्य यूथ पार्लियामेंट’ के समापन सत्र में युवाओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे केवल दर्शक नहीं, बल्कि व्यवस्था का सक्रिय हिस्सा बनें और देश में बदलाव के वाहक बनें।
गांव से संसद तक का सफर
तोखन साहू ने अपने राजनीतिक जीवन के अनुभव साझा करते हुए कहा कि वे किसी राजनीतिक परिवार से नहीं आते। उन्होंने अपने सफर की शुरुआत गांव के पंच के रूप में की, फिर सरपंच, जनपद अध्यक्ष, उसके बाद सांसद बने और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मंत्रिपरिषद में शामिल होकर देश की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह लोकतंत्र की ताकत और ईमानदारी की जीत है।”
संसद भवन को किया प्रणाम
संसद भवन में प्रवेश के अपने पहले अनुभव को साझा करते हुए मंत्री साहू ने कहा, “जब मैं पहली बार संसद भवन में गया, तो मैंने उसे प्रणाम किया। वह सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि 140 करोड़ देशवासियों की आकांक्षाओं का प्रतीक है।”
युवाओं से की भागीदारी की अपील
मंत्री साहू ने प्रधानमंत्री मोदी के 15 अगस्त 2023 के भाषण की याद दिलाते हुए कहा कि अगर अच्छे लोग राजनीति में नहीं आएंगे, तो देश की राजनीति कैसे बदलेगी? उन्होंने युवाओं से राजनीतिक सक्रियता की अपील करते हुए कहा कि नए भारत के निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है।
मोदी सरकार की 11 साल की उपलब्धियों का उल्लेख
अपने संबोधन में उन्होंने बीते 11 वर्षों की मोदी सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार की सभी योजनाएं गरीब, महिला, किसान और युवा को केंद्र में रखकर बनाई गई हैं। उन्होंने युवाओं को आश्वस्त किया कि अगर वे ईमानदारी और परिश्रम के साथ काम करें, तो राजनीति में भी वे सार्थक परिवर्तन ला सकते हैं।
तोखन साहू का यह संबोधन युवाओं को राजनीति और सार्वजनिक जीवन में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करने वाला था। उनका जीवन खुद इस बात का उदाहरण है कि साधारण पृष्ठभूमि से भी असाधारण जिम्मेदारियों तक पहुंचा जा सकता है, बशर्ते नीयत साफ हो और मेहनत सच्ची।
