दुर्ग, छत्तीसगढ़।
राज्य में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के विरुद्ध विशेष अभियान के तहत एसटीएफ और छावनी थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए दो बांग्लादेशी नागरिकों को कैम्प-02, छावनी क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। आरोपी फर्जी नामों और दस्तावेजों के जरिए भारतीय नागरिक बनकर रह रहे थे।
फर्जी नाम से रह रहे थे भारत में
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी मोहम्मद अब्दुल रौब हुसैन (48 वर्ष) एवं साथी खातून नामक महिला, मूलतः जिला जेस्सोर, बांग्लादेश के निवासी हैं। ये दोनों पिछले कई महीनों से छावनी क्षेत्र में किराये के मकान में रह रहे थे और फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक आदि का उपयोग कर भारतीय नागरिक के रूप में जीवन व्यतीत कर रहे थे।
बांग्लादेशी पासपोर्ट और बैंक दस्तावेज जब्त
जांच में यह भी पाया गया कि आरोपी मोबाइल इंटरनेट के माध्यम से बांग्लादेश में रह रहे रिश्तेदारों से लगातार संपर्क में थे। उनके पास से बांग्लादेशी पासपोर्ट, फोटो पहचान पत्र, जन्म प्रमाण पत्र और ग्रामीण बैंक के दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। पुलिस ने इन दस्तावेजों को जब्त कर विधिवत जांच में शामिल कर लिया है।
फर्जी दस्तावेज़ बनवाने में स्थानीय सहयोग
पुलिस को संदेह है कि आरोपियों को स्थानीय स्तर पर संरक्षण व सहयोग भी प्राप्त था। अब उन लोगों की पहचान कर फर्जीवाड़े की पूरी श्रृंखला का पर्दाफाश किया जा रहा है। प्राथमिक जांच में कूट रचना, फर्जी दस्तावेज निर्माण, पासपोर्ट अधिनियम और विदेशी अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर थाना छावनी में अपराध क्रमांक 275/2025 पंजीबद्ध किया गया है।
विशेष कार्य बल की कार्रवाई
यह गिरफ्तारी छत्तीसगढ़ में अवैध विदेशी नागरिकों की पहचान और निर्वासन के लिए गठित विशेष कार्य बल (STF) की सतर्कता का परिणाम है। पुलिस ने बताया कि इस कार्रवाई में छावनी थाना प्रभारी और एसटीएफ की टीम की विशेष भूमिका रही।
आरोपियों के नाम और विवरण:
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मोहम्मद अब्दुल रौब हुसैन, पिता – अब्दुल सत्तार खंदोकर,
ग्राम – राजबाड़िया, पोस्ट – हरिदापोटा, झिकारगाछा, जिला – जेस्सोर, बांग्लादेश -
साथी खातून, पिता – मोहम्मद जमशेर सरदार,
ग्राम – निरबासखुला, माटीकुमरा, झिकारगाछा, जिला – जेस्सोर, बांग्लादेश
