डीएमएफ फंड में अरबों का ‘खजाना कांड’: बालोद में भ्रष्टाचार की सुनामी, प्रभारी मंत्री विजय शर्मा के सामने फूटेगा जनआक्रोश का ज्वालामुखी!
कलेक्टर-CEO से लेकर रसूखदारों तक फंसे कई चेहरे, डौंडी-दल्लीराजहरा के जनप्रतिनिधियों के हाथों में दस्तावेज़ी बम!
दल्लीराजहरा,, दल्लीराजहरा और आदिवासी बाहुल्य विकासखंड डौंडी सहित बालोद जिले के डीएमएफ फंड में अरबों के भ्रष्टाचार का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर निकल आया है। छत्तीसगढ़ शासन के डिप्टी सीएम एवं बालोद जिले के प्रभारी मंत्री विजय शर्मा आज बालोद पहुंच रहे हैं, लेकिन इस बार उनका स्वागत फूल-मालाओं से नहीं, बल्कि जनप्रतिनिधियों द्वारा सौंपे जाने वाले भ्रष्टाचार के ‘सबूतों के बम’ से होगा।
डौंडी और दल्लीराजहरा जैसे आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों के दर्जनों जनप्रतिनिधि प्रभारी मंत्री के समक्ष अपनी शिकायतों का पुलिंदा लेकर पहुंचेंगे। इन शिकायतों में न सिर्फ डीएमएफ फंड के दुरुपयोग, ठेकेदारी बंदरबांट और फर्जी भुगतान की परतें खुलेंगी, बल्कि यह भी दावा किया जा रहा है कि पूर्व कलेक्टर रानू साहू की गिरफ्तारी महज़ एक शुरुआत थी — असली भ्रष्टाचारियों की पूरी फौज अब भी सिस्टम में जिंदा है।
सूत्रों की मानें तो कुछ अधिकारी अभी भी पदों पर जमे हुए हैं और साक्ष्य मिटाने में लगे हुए हैं। जनप्रतिनिधियों का आरोप है कि डीएमएफ फंड को जनहित की जगह ‘जेब हित’ में तब्दील कर दिया गया।
सत्तापक्ष से जुड़े नेताओं द्वारा की जाने वाली शिकायतें इस पूरे मामले को और विस्फोटक बना सकती हैं, क्योंकि अब सत्ता और विपक्ष एक साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोलने जा रहे हैं।
प्रभारी मंत्री विजय शर्मा को दिए जाने वाले दस्तावेजों में वर्षों से चली आ रही घोटालेबाज़ी, फर्जी निर्माण कार्य, बिना काम के भुगतान, नियमों की धज्जियां और ‘पेपर प्रोजेक्ट में पैसे की बारिश’ जैसे आरोपों का जिक्र है।
प्रशासन के लिए अलार्म बेल:
अगर मंत्री विजय शर्मा इस शिकायत को गंभीरता से लेते हैं तो आने वाले समय में बालोद जिले में एक और बड़ी गिरफ्तारी की आंधी चल सकती है।
कुछ लोग पहले से सलाखों के पीछे हैं, कई बेल पर हैं, और अब कुछ की बारी आने वाली है।
जनता पूछ रही है:
क्या डीएमएफ फंड में लूट के असली मास्टरमाइंड अब तक बचते रहे?
क्या प्रभारी मंत्री जांच एजेंसी की सिफारिश करेंगे?
क्या बालोद की जनता को मिलेगा न्याय या फिर सबकुछ ढंक दिया जाएगा एक और ‘प्रशासनिक चादर’ से?
पूर्व में कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद भोजराज नाग ने बालोद जिला मुख्यालय में सार्वजनिक तौर पर कहा था कि डीएमएफ फंड की पूरी जांच होगी, सूक्ष्म जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी ,, दोषी अधिकारियों और कार्य एजेंसी के खिलाफ में एफआईआर दर्ज किया जाएगा ,,परंतु सांसद के आदेश की खुलेआम अवहेलना हुई है उल्लंघन हुआ है,,,,
अब क्या कहते हैं सांसद भोजराज नाग,,,
कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद भोजराज नाग स्पष्ट कहते हैं कि बालोंद जिले क्षेत्र में जमकर डीएमएफ फंड में हुए भ्रष्टाचार की लगातार शिकायत प्राप्त हुई है ,,शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए गए हैं ,,जब तक जांच नहीं हो जाती तब तक कोई भी कार्य डीएमएफ में अभी नया नहीं प्रारंभ करेंगे,,!
