शिक्षार्थियों के लिए संपूर्ण व्यवस्थाएं सुनिश्चित
निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली 8959931111
मुंगेली- उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत 23 मार्च को प्रातः 10 बजे से शाम 05 बजे तक राष्ट्रव्यापी महापरीक्षा अभियान आयोजित होगा। इस परीक्षा में शिक्षार्थी अपनी सुविधानुसार समय में 03 घंटा के लिए शामिल हो सकते हैं। जिले में 12 हजार 260 असाक्षरों को बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए जिले के 456 प्राथमिक शालाओं को परीक्षा केंद्र बनाया गया है।
परीक्षा की सुचारू व्यवस्था के लिए विकासखंड शिक्षा अधिकारियों के द्वारा अपने विकासखण्ड में केंद्र अध्यक्ष और संकुल प्रभारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त करने की जिम्मेदारी दी गई है। साथ ही परीक्षा के सुचारू संचालन के लिए जिला तथा विकासखण्ड स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। जिला स्तर पर मुंगेली का सम्पर्क नम्बर 7879105321, लोरमी का 8305151534 और पथरिया का सम्पर्क नम्बर 9691647559 है।
कलेक्टर की अपील: साक्षरता हर व्यक्ति का अधिकार कलेक्टर राहुल देव ने राष्ट्रव्यापी महापरीक्षा अभियान में जिले के 15 वर्ष से अधिक आयु के ऐसे शिक्षार्थी जिन्होंने उल्लास साक्षरता केन्द्र में 200 घण्टे में सात अध्याय पूर्ण किया है, उन्हें इस परीक्षा में भाग लेने और सफल होकर राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय संस्थान एवं राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण का प्रमाण पत्र प्राप्त करने की अपील की है।
उन्होंने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 द्वारा अनुशंसित नव भारत साक्षरता कार्यक्रम, 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र के असाक्षरों को सत्र 2030 तक पूरे देश को पूर्ण साक्षर किये जाने का लक्ष्य रखा गया हैं। इसी को दृष्टिगत रखते हुए सत्र 2022 से 2027 तक नव भारत साक्षरता कार्यक्रम चलाया जा रहा हैं, जिसका संक्षिप्त एवं लोकप्रिय नाम “उल्लास” हैं। प्रौढ़ शिक्षा को अब सबके लिये शिक्षा का नाम दिया गया हैं।
बच्चों की शिक्षा के साथ-साथ हमें उन व्यक्तियों की ओर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता हैं, जो पहले किन्ही कारणों से पढ़-लिख नही पाए हैं। उल्लास-नव भारत साक्षरता कार्यक्रम इसी दिशा में राष्ट्रव्यापी पहल है। जिला पंचायत सीईओ प्रभाकर पाण्डेय ने जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में संबंधित अधिकारियों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि शिक्षार्थियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और परीक्षा केंद्रों में आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। जिला शिक्षा अधिकारी सी. के. घृतलहरे ने बैठक में बताया कि 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र के असाक्षरों को बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान में दक्ष बनाना इस कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य है। यह उन लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जिन्हें औपचारिक स्कूली शिक्षा प्राप्त करने का अवसर नहीं मिला। इस कार्यक्रम के माध्यम से उन्हें साक्षर बनाकर समाज और राष्ट्र के विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। जिला परियोजना अधिकारी श्री रामनाथ गुप्ता ने बताया कि मुंगेली विकासखंड से 03 हजार 960 शिक्षार्थियों के लिए 151 परीक्षा केन्द्र, लोरमी विकासखंड से 04 हजार 830 शिक्षार्थियों के लिए 152 परीक्षा केन्द्र और पथरिया विकासखंड से 03 हजार 470 शिक्षार्थियों के लिए 153 परीक्षा केन्द्र बनाया गया है। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया है कि वे अधिक से अधिक निर्धारित केन्द्र में आकर परीक्षा में शामिल होकर इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग करें।
