
(स्वपना माधवानी) : गुंडरदेही (जिला बालोद)।
पत्रकारिता समाज का चौथा स्तंभ मानी जाती है, जिसका उद्देश्य बिना किसी स्वार्थ के शासन-प्रशासन की योजनाओं को आम जनता तक पहुँचाना और जन समस्याओं को प्रशासन तक पहुँचाना होता है। लेकिन वर्तमान समय में कुछ लोग पत्रकारिता के नाम पर फर्जी तरीके से अवैध वसूली का धंधा कर रहे हैं।
गुंडरदेही विकासखंड में कई ऐसे फर्जी पत्रकार सक्रिय हैं जो खुद को नामी-गिरामी अखबारों और टीवी चैनलों का रिपोर्टर बताकर अपने वाहनों पर ‘प्रेस’ लिखवाकर भ्रमण करते हैं और लोगों से जबरन पैसे वसूलते हैं।
इन फर्जी पत्रकारों द्वारा विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में किसानों को निशाना बनाया जा रहा है। खेतों में लगे पेड़ों की कटाई करने वाले किसानों को यह कहकर डराया जाता है कि यह अवैध है, और उन पर कानूनी कार्रवाई की धमकी देकर उनसे पेड़ों की असली कीमत से भी अधिक पैसे वसूले जा रहे हैं।
इतना ही नहीं, कुछ लोग फर्जी धार्मिक संगठनों के पदाधिकारी बनकर आरा मिल, लकड़ी चिराई केंद्र, ईंट भट्ठा, ठेकेदार, मुरुम और रेत परिवहन व्यवसायियों से ‘भगवान कथा’, जयंती या प्रवचन के नाम पर चंदा वसूल कर रहे हैं।
हमारे पास ऐसे दो-चार फर्जी पत्रकारों के नाम मौजूद हैं जो इस तरह की गतिविधियों में शामिल हैं और इससे ईमानदार पत्रकारों की छवि को नुकसान पहुँच रहा है।
हम आम नागरिकों से अपील करते हैं कि ऐसे लोगों से सावधान रहें, उनसे पहचान पत्र (ID) दिखाने को कहें और उनके झांसे में न आएं।
