Sleeping Problems: गहरी नींद के लिए अपनाएं ये 3 तरीके, मान लीजिए डॉक्टर की सलाह

Picture of Deepak Mittal

Deepak Mittal

Sleeping Problems: नींद न आना, समय पर न सोना एक ऐसी उभरती हुई समस्या है, जो दुनियाभर के लोगों को प्रभावित कर रही है। भारत भी नींद की समस्या से पीड़ित लोगों में सबसे ऊपर रहता है। यहां भी बड़ी संख्या में लोग पर्याप्त नींद नहीं ले पा रहे हैं।

गूगल स्कॉलर जैसी विश्वसनीय संस्थाओं की रिसर्च में भी पाया गया है कि अपने देश में 25% लोगों को नींद से जुड़ी बीमारियां हैं। वहीं, गूगल सर्च इस आंकड़े को 50% तक होने की बात कहता है। नींद की समस्या इस साल सबसे ज्यादा चर्चाओं में भी रही है। अगर आप भी नींद न आने की समस्या से जूझ रहे हैं, तो इन तीन आसान टिप्स की मदद लीजिए।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

डॉक्टर सुशीला कटारिया, जो कि इंटरनल मेडिसिन मेदांता गुरुग्राम की सीनियर डायरेक्टर हैं, बताती हैं कि नींद अधूरी या खराब होने से मन और शरीर दोनों पर ही प्रभाव डालता है। इससे हार्ट हेल्थ, हाई बीपी जैसी बीमारियों का रिस्क बढ़ता है। हमारे खान-पान और डेली रूटीन में नींद का भी अच्छा होना जरूरी है। आपको व्यायाम और स्क्रीन टाइम पर भी नियंत्रण रखना जरूरी है ताकि नींद प्रभावित न हो।

 Photo Credit-Freepik

इन 3 आसान मेथड से नींद में सुधार होगा

1. मिलिट्री मैथड

डॉक्टर के अनुसार, यह मेथड अमेरिकी आर्मी द्वारा फॉलो किया जाता है। इस तरीके से 10 सेकेंड में नींद आ जाएगी। इसे फॉलो करने के लिए आपको लेटना होगा, फिर आंखें बंद करके चेहरे की मांसपेशियों को ढीला करना होगा। इसके बाद कंधों को भी ढीला कर दें और धीरे-धीरे सांसें बाहर को छोड़ें और शरीर को पूरी तरह ढीला कर दें। 10 सेकेंड में आपको नींद आने लगेगी।

2. पीएमआर टेक्निक

इस टेक्निक में पूरे शरीर को तनावमुक्त करना होता है। इस मेथड में आपको सबसे पहले 5 सेकेंड के लिए अपनी भौंहों को ऊपर की ओर खींचना है ताकि मांसपेशियों का तनाव कम हो सके। इसके बाद बिल्कुल वैसे ही आपको अपने गालों में खिंचाव लाना होगा, चेहरे की मांसपेशियों की थकावट दूर हो सके। 10 सेकेंड इस तरह से रिलैक्स करें और फिर आंखें बंद करके सोने का प्रयास करें।

3. शांत दृश्य के बारे में सोचें

इंसोमनिया नींद से जुड़ी एक बीमारी है। इनके मरीजों को अपने आस-पास शांत माहौल बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए। शांत रहने वाले कार्यकलापों को फॉलो करना चाहिए। अपने दिमाग में पॉजिटिव और शांति वाले वातावरण के बारे में सोचें, जैसे किसी झरने के बारे में सोचें या झरने के पानी वाला म्यूजिक सुनें।

Deepak Mittal
Author: Deepak Mittal

Leave a Comment

Leave a Comment