नई दिल्ली। देशभर में मानसून अब अपने उग्र रूप में आ चुका है। भारतीय मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए कई राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ जैसी स्थिति की चेतावनी जारी की है। हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में रेड अलर्ट जारी किया गया है, वहीं मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार और झारखंड में भी खतरे की घंटी बज चुकी है।
राजस्थान की ओर बढ़ रहा सिस्टम
मौसम विभाग के मुताबिक मानसून ट्रफ लाइन सक्रिय है और राजस्थान एवं मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। यह सिस्टम पश्चिम की ओर बढ़ते हुए राजस्थान में 15 और 16 जुलाई को भारी से बहुत भारी बारिश लेकर आएगा।
हिमाचल में तबाही – अब तक 61 मौतें
हिमाचल प्रदेश में बारिश ने कहर ढा दिया है। अब तक वर्षाजनित घटनाओं में 61 लोगों की मौत हो चुकी है। अकेले सोमवार को 4 मौतें दर्ज हुईं। मंडी में 200 से अधिक सड़कें बंद हैं, कुल्लू-कांगड़ा में लोग डूबे, बिलासपुर में सर्पदंश और ऊंचाई से गिरने जैसे हादसे सामने आए।
उत्तर भारत में अलर्ट – 15 से 21 जुलाई तक सक्रिय रहेगा मानसून
उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल में अगले एक सप्ताह तक हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। गरज-चमक के साथ तेज़ हवाएं भी चल सकती हैं।
बंगाल की खाड़ी में डिप्रेशन – पूर्वी भारत पर असर
बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जो जल्द ही एक डिप्रेशन में तब्दील हो सकता है। इसके प्रभाव से ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड में बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
कोटा में बाढ़ जैसे हालात – युवक बहे चंबल में
राजस्थान के कोटा जिले में 198 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद चंबल नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिससे पांच युवक नदी में बह गए। प्रशासन रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटा है।
दिल्ली को मिली राहत, लेकिन ट्रैफिक बना मुसीबत
दिल्लीवालों को हल्की बारिश से राहत तो मिली, लेकिन कुछ इलाकों में जलजमाव और ट्रैफिक जाम ने फिर से परेशानी खड़ी कर दी। उमस भरी गर्मी के बाद मौसम सुहाना जरूर हुआ, लेकिन दिक्कतें भी साथ आईं।
