ताजा खबर
ईपीएफओ सदस्यों को बड़ी राहत : अब भविष्य निधि खाते से निकाल सकेंगे 100 प्रतिशत राशि मुंगेली भाजपा में मंडल मीडिया प्रभारियों की बैठक संपन्न: मोदी सरकार के विकास कार्यों को जनता तक पहुंचाने का निर्देश सरगांव क्षेत्र में भारी बारिश का कहर: धान फसलें बर्बाद, किसानों की उम्मीदें धूल में मिलीं.. BIG BREAKING: बिलासपुर-ईतवारी इंटरसिटी एक्सप्रेस से RPF ने बरामद किए 3.37 करोड़ के सोना-चांदी के जेवर — नागपुर मंडल की बड़ी कार्रवाई! झारखंड विधायक जनार्दन पासवान ने केंद्रीय मंत्री तोखन साहू से की सौजन्य भेंट — शहरी विकास की नई दिशा पर हुई गहन चर्चा ‘सुशासन संवाद’ में गूंजा डिजिटल बदलाव का मंत्र — CM विष्णुदेव साय बोले, “नवाचार जनता के जीवन को सरल बनाने का माध्यम बने

मीटिंग में बगावत! – पटवारी ने एसडीएम से कहा ‘जो करना है कर लो’, मौके पर ही हुआ निलंबन

Picture of Deepak Mittal

Deepak Mittal

मीटिंग में बगावत! – पटवारी ने एसडीएम से कहा ‘जो करना है कर लो’, मौके पर ही हुआ निलंबन

राजस्व विभाग की बैठक में देर से पहुंचे पटवारी ने दिखाई अनुशासनहीनता, एसडीएम के सवाल पर उखड़े बोल — प्रशासनिक हलकों में मचा हड़कंप

रायपुर। शुक्रवार को आयोजित राजस्व विभाग की बैठक उस वक्त गरमा गई जब एक पटवारी ने एसडीएम के सामने ही अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर दिया।
घटना बिलासपुर की है, जहां ग्राम खमतराई के पटवारी रमेश कुमार वैष्णव को बैठक के दौरान अनुशासनहीन व्यवहार करने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।

जानकारी के अनुसार, एसडीएम मनीष साहू अपने अनुभाग के पटवारियों के साथ विभागीय बैठक ले रहे थे। इस दौरान हल्का नम्बर 25, ग्राम खमतराई के पटवारी रमेश कुमार वैष्णव निर्धारित समय से काफी देर से पहुंचे।
जब एसडीएम ने उनसे देरी का कारण पूछा, तो उन्होंने कड़े और अपमानजनक लहजे में जवाब दिया — “नहीं बताऊंगा, जो करना है कर लो।”

यह जवाब सुनकर बैठक में सन्नाटा छा गया। बताया जाता है कि एसडीएम ने पटवारी से खड़े होकर उत्तर देने को कहा, जिस पर रमेश वैष्णव ने चेयर पर बैठने की जिद करते हुए निर्देश का पालन करने से इनकार कर दिया।
यहां तक कि जब उन्हें बैठक कक्ष से बाहर जाने के लिए कहा गया, तब भी वे कक्ष में ही बैठे रहे और आदेश को ठुकरा दिया।

एसडीएम मनीष साहू ने मौके पर ही पटवारी के खिलाफ निलंबन आदेश जारी कर दिया
निलंबन के बाद उनके दायित्वों का प्रभार विकास जायसवाल, पटवारी को सौंपा गया है।

प्रशासनिक हलकों में यह घटना तेजी से चर्चा का विषय बन गई है।
अधिकारियों का कहना है कि सरकारी बैठकों में इस तरह का अनुशासनहीन व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जा सकता, और यह कार्रवाई दूसरों के लिए कड़ा संदेश है कि सरकारी जिम्मेदारियों में अनुशासन सर्वोपरि है।

Deepak Mittal
Author: Deepak Mittal

Leave a Comment

October 2025
S M T W T F S
 1234
567891011
12131415161718
19202122232425
262728293031  

Leave a Comment