बालोद/दल्लीराजहरा: भिलाई स्टील प्लांट (बीएसपी) प्रबंधन और ठेकेदारों की लगातार वादाखिलाफी ने आखिरकार ग्रामीणों का सब्र तोड़ दिया। लाल पानी प्रभावित क्षेत्र के किसान और बेरोजगार गुरुवार भोर 4:30 बजे सड़कों पर उतर आए और महामाया चौक पर अनिश्चितकालीन चक्का जाम शुरू कर दिया। इससे बीएसपी खदानों की ओर जाने वाले सभी रास्ते बंद हो गए हैं और पूरा उत्पादन ठप पड़ गया है।
काम पर जा रहे मजदूरों को वापस लौटना पड़ा, वहीं खदानों की ओर जाने वाले वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। क्षेत्र में तनाव का माहौल है और प्रशासन स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है।
वादाखिलाफी से भड़का आक्रोश
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बीएसपी प्रबंधन और ठेकेदारों ने पहले भी उनकी मांगों को पूरा करने का लिखित आश्वासन दिया था, लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
कुमरकट्टा, कोपेडेरा और नलकासा समेत कई गांवों के लोगों ने कहा —
“अब और धोखा नहीं चलेगा… जब तक मांगें नहीं मानी जाएंगी, जाम नहीं हटेगा!”
पहले ही दी थी चेतावनी
आंदोलनकारियों ने प्रशासन को 10 अक्टूबर 2025 को ही ज्ञापन देकर आगाह किया था कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो 16 अक्टूबर से बीएसपी और ठेकेदारों के सभी कार्यों को ठप कर दिया जाएगा।
इसके बावजूद बीएसपी प्रबंधन की चुप्पी ने ग्रामीणों के गुस्से को और भड़का दिया।
तनाव चरम पर, प्रशासन चौकन्ना
महामाया चौक के चारों ओर सैकड़ों प्रदर्शनकारी तैनात हैं। पुलिस बल की मौजूदगी के बावजूद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
ग्रामीणों का कहना है कि जब तक स्थायी समाधान नहीं निकलेगा, चक्का जाम जारी रहेगा।

Author: Deepak Mittal
