दल्लीराजहरा।दल्लीराजहरा से रायपुर चलने वाली पैसेंजर ट्रेन में रोजाना हज़ारों यात्री मौत के साए तले सफर करने को मजबूर हैं। ट्रेन की बोगियों में इतनी भीड़ रहती है कि पैर रखने तक की जगह नहीं होती। हालात ऐसे हैं कि यात्री दरवाजों से लटककर जान हथेली पर रखकर सफर कर रहे हैं।
रेलवे प्रबंधन की लापरवाही का आलम यह है कि लगातार शिकायतों और मांगों के बावजूद अब तक न अतिरिक्त बोगियां लगाई गईं और न ही कोई ठोस व्यवस्था की गई। यात्रियों का कहना है कि —
“रेलवे दल्लीराजहरा शहर के बीएसपी के खदानों से अरबों-खरबों रुपए का मुनाफा कमा रही है, लेकिन हमें मौत की सवारी करने के लिए मजबूर कर दिया गया है।”
दल्लीराजहरा पैसेंजर की हकीकत
भीड़ इस कदर कि ट्रेन में घुसना नामुमकिन,दरवाजों पर लटकते हैं यात्री, हादसे का खतरा हर पल,अतिरिक्त बोगियों की मांग पर रेलवे खामोश,करोड़ों की कमाई, लेकिन यात्रियों के लिए कोई सुविधा नहीं
दल्लीराजहरा स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह लापरवाही किसी भी दिन भीषण हादसे को जन्म दे सकती है। रेल मंत्रालय और प्रबंधन की यह चुप्पी यात्रियों की सुरक्षा के साथ घोर मज़ाक है।
यात्रियों का गुस्सा अब चरम पर है। लोग खुले शब्दों में कह रहे हैं कि —
“रेलवे हमारे साथ जानवरों जैसा बर्ताव कर रही है। अरबों की कमाई उनकी जेब में जा रही है और हमें मौत का सफर थमा दिया गया है।”

Author: Deepak Mittal
