छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य का नया मोड़: 3 करोड़ लोगों की मुस्कान पर संकट का खतरा! क्या सरकार समय पर रोक पाएगी मौत और बीमारी के खेल को?

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रायपुर, 13 सितम्बर 2025 – छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने के दावों के बीच, अब सवाल उठ रहा है कि क्या 3 करोड़ जनता की मुस्कान और जीवन सुरक्षित रह पाएगा। राजधानी रायपुर में आयोजित तीन दिवसीय डेंटल कॉन्फ्रेंस 2025 में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार और दंत चिकित्सकों की भूमिका पर जोर दिया गया, लेकिन पान-मसाला, गुटखा और तंबाकू के कारण मुँह के कैंसर के बढ़ते मामले चिंता का विषय बने हुए हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में अब 15 मेडिकल कॉलेज हैं, आयुष्मान भारत और प्रधानमंत्री वय वंदना योजना से मरीजों को राहत मिल रही है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह पर्याप्त नहीं है। “मानव मुस्कान सबसे कीमती है और इसे बचाना हमारी जिम्मेदारी है,” उन्होंने चेतावनी दी।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि बस्तर और सुकमा जैसे दूरदराज़ क्षेत्रों में भी सुविधाएँ बढ़ाई जा रही हैं, लेकिन मोबाइल मेडिकल यूनिट और बाइक एम्बुलेंस जैसी सेवाओं के बावजूद, गंभीर बीमारियों की चुनौती अब भी बनी हुई है। डेंटल कॉन्फ्रेंस में देशभर के विशेषज्ञों ने मुँह और दांतों से जुड़ी खतरनाक बीमारियों पर चिंता जताई और चेतावनी दी कि समय रहते चेतावनी और जागरूकता अभियान न चलाए गए तो प्रदेशवासियों की जान जोखिम में पड़ सकती है।

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Author: Deepak Mittal

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