बीजापुर। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चल रही हिंसा और मुठभेड़ों के बीच एक पीड़ित परिवार के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। राज्य सरकार की नक्सल पुनर्वास नीति के तहत कलेक्टर संबित मिश्रा द्वारा नक्सली हिंसा में घायल हुए माड़वी नंदा को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है।
माड़वी नंदा प्रेशर IED विस्फोट की चपेट में आने से अपना दाहिना पैर गंवा बैठे थे। यह दर्दनाक हादसा 29 मार्च 2025 को ग्राम कोंजेर और नरसापुर के बीच जंगल क्षेत्र में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ के दौरान हुआ था। विस्फोट में गंभीर रूप से घायल होने के कारण अब वह स्थायी रूप से असमर्थ हो गए हैं।
नक्सल मुठभेड़ों की सिलसिलेवार घटनाएं
बीजापुर जिले में हाल के महीनों में कई बड़ी नक्सली मुठभेड़ हुई हैं, जिनमें कई माओवादियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है और भारी मात्रा में नक्सली सामग्री भी बरामद की गई:
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29 मार्च 2025: ग्राम कोंजेर–नरसापुर के जंगलों में पुलिस-नक्सली मुठभेड़, मौके से एक पुरुष माओवादी का शव, 12 बोर बंदूक, टिफिन बम, IED, वायर बरामद।
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24 अप्रैल 2025: नीलम सरई झरना कर्रेगुट्टा क्षेत्र में हुई मुठभेड़, जिसमें तीन महिला माओवादी मारी गईं।
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06–07 मई 2025: कर्रेगुट्टा पहाड़ में हुई भारी मुठभेड़ में 14 पुरुष और 8 महिला माओवादी मारे गए। बड़ी संख्या में हथियार और सामग्री बरामद हुई।
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08 मई 2025: ग्राम उटलापल्ली-लंकापल्ली पहाड़ में मुठभेड़ के बाद 4 महिला व 1 पुरुष माओवादी के शव मिले।
इन घटनाओं के संबंध में प्रशासन ने 15 जुलाई 2025 तक न्यायालय अनुविभागीय दंडाधिकारी, उसूर में साक्ष्य प्रस्तुत करने की अपील की है।
राज्य सरकार का पुनर्वास प्रयास
राज्य सरकार द्वारा यह सहायता राशि नक्सल हिंसा से प्रभावित निर्दोष लोगों के पुनर्वास और मानवीय सहायता के तहत दी जाती है। अधिकारियों का मानना है कि यह कदम पीड़ितों के जीवन को दोबारा पटरी पर लाने में मददगार होगा।
