झारखंड के चाईबासा में माओवादियों ने बंद का ऐलान किया था. इस दौरान उनकी ओर से चक्रधरपुर रेल मंडल में रंगरा-करमपाड़ा रेलखंड पर पटरी उड़ा दी गई. माओवादियों ने रेल पटरी पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) का झंडा और बैनर लगाया.
सुबह 6:40 बजे रेल पटरी के किलोमीटर संख्या 477/34-35 पर एक विस्फोट हुआ, जिस कारण ट्रैक की नींव में लगे कंक्रीट स्लीपर पूरी तरह टूट गए और रेल की पटरी नीचे की ओर झुक गई.
घटनास्थल पर करीब 2 फीट क्षेत्र में पत्थर उखड़ गए. गनीमत रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ. इंटेलिजेंस इनपुट के मुताबिक, सुबह होते-होते ट्रैक पर लगाया गया लाल झंडा किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा हटा दिया गया था, जो सुरक्षा के लिहाज से एक और गंभीर सवाल खड़ा करता है. फिलहाल इस रेल लाइन पर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई है. RPF और स्थानीय पुलिस ने इस मामले में संयुक्त जांच शुरू की है. रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग की टीम ट्रैक की मरम्मत कर रही है.
रेल प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एफआईआर दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. माओवादियों की यह कार्रवाई रेल परिचालन को बाधित करने के साथ साथ अपनी दहशत को कायम रखने की मंशा नजर आती है. घटना को लेकर रेल विभाग और सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं. इस रेल सेक्शन पर बड़े पैमाने में माल ढुलाई की जाती है. इससे पहले 26 जुलाई को गुमला जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में तीन माओवादी मारे गए थे.
झारखंड पुलिस के मुताबिक खुफिया जानकारी मिली थी कि सीपीआई (माओवादी) से अलग हुए समूह झारखंड जन मुक्ति परिषद (JJMP) के सदस्य घाघरा जंगल में एकत्र हुए हैं और सुरक्षा बलों पर हमले की योजना बना रहे हैं. इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए झारखंड जगुआर और गुमला पुलिस ने संयुक्त रूप से अभियान चलाया. पुलिस ने बताया कि दोनों तरफ से कई राउंड गोलियां चलीं. उन्होंने बताया कि गोलीबारी बंद होने के बाद मौके से एक एके-47 और दो इंसास राइफलें बरामद की गईं. इस साल अप्रैल में झारखंड के बोकारो जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कोबरा कमांडो और पुलिस के साथ मुठभेड़ में 6 माओवादी मारे गए थे.
अधिकारियों ने बताया कि 209 कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन (CoBRA) के जवानों ने अभियान चलाया. लालपनिया क्षेत्र के लुगु हिल्स में सुबह करीब साढ़े पांच बजे माओवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसका सुरक्षा बलों ने जवाब दिया. इस कार्रवाई में छह माओवादी मारे गए और दो इंसास राइफल, एक सेल्फ लोडिंग राइफल (SLR) और एक पिस्तौल जब्त की गई. इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को कोई नुकसान नहीं हुआ. बता दें कि कोबरा सीआरपीएफ की स्पेशल जंगल वारफेयर यूनिट है.
