शैलेश शर्मा 9406308437नवभारत टाइम्स 24×7.in जिला ब्यूरो रायगढ़
रायगढ़। जिले के लैलूंगा जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत लोहड़ापानी में महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना (MGNREGA) के तहत चल रहे मैदान समतलीकरण कार्य में फर्जी फोटो अपलोड कर मास्टर रोल जनरेट करने का गंभीर मामला सामने आया है। पारदर्शिता लाने के लिए बनाए गए डिजिटल मॉनिटरिंग सिस्टम (NMMS ऐप) को पंचायत कर्मचारियों ने मज़ाक बना कर रख दिया है।
नेट से उठाई गई तस्वीरें, फर्जी हाजिरी : जांच में यह सामने आया है कि कार्य स्थल पर मजदूरों की वास्तविक फोटो अपलोड करने के बजाय इंटरनेट से डाउनलोड की गई तस्वीरों का उपयोग किया गया है। कई फोटो में महिला मजदूर के नाम पर पुरुष खड़े नजर आ रहे हैं, और जिनकी तस्वीर है वे कार्यस्थल पर मौजूद नहीं थे।
मनरेगा सिस्टम की उड़ रही धज्जियाँ : 14 अप्रैल 2025 को सुबह 11:22 बजे ली गई तस्वीर को 11:28 बजे अपलोड किया गया। भू-निर्देशांक (22.3652504, 83.6799112) भी मौजूद है, लेकिन जिस “समूह फोटो-1” को अपलोड किया गया है उसमें मौजूद चेहरे स्थानीय मजदूरों से मेल नहीं खाते।
नई प्रणाली को भी बना दिया खिलौना : NMMS ऐप का उद्देश्य था फर्जी उपस्थिति को रोकना। इसके लिए नियम है कि जो मजदूर कार्य स्थल पर कार्यरत हों, उन्हीं की उपस्थिति के साथ फोटो अपलोड की जाए। लेकिन यहां तो नियमों को ताक पर रख पंचायतकर्मियों ने एक ‘जुगाड़ तंत्र’ खड़ा कर लिया है।
जनता का सवाल – जवाब कौन देगा?
- कार्यस्थल पर मौजूद नहीं होने वाले मजदूरों की हाजिरी कैसे लग रही है?
- क्या पंचायत में टेक्निकल असिस्टेंट और सचिव इस फर्जीवाड़े में शामिल हैं?
- क्या असली मजदूरों को मजदूरी दी भी जा रही है?
क्या अंग्रेज मजदूरी कर रहे हैं? : स्थानीय ग्रामीणों ने व्यंग्य करते हुए कहा -“फोटो देखकर तो लगता है जैसे अब मजदूरी अंग्रेज कर रहे हैं, और नाम हमारे गांव की औरतों का दर्ज है।”
जनपद सीईओ का जवाब – जांच होगी : जब इस पूरे मामले को लेकर जनपद सीईओ सनत नायक से जानकारी साझा की गई, तो उन्होंने कहा: “आपके माध्यम से जानकारी मिली है, मैं इस पर जांच करवाता हूँ।”
