Kedarnath helicopter crash केदारनाथ से गुप्तकाशी लौट रहा हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। जिसमें पायलट समेत 7 लोग सवार थे। हादसे में सभी सातों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे की प्रथमदृष्टया वजह मौसम खराब होना बताया जा रहा है।
फिलहाल केदारनाथ में हेलीकॉप्टर सेवा पर अग्रिम आदेश तक ब्रेक लग गया है।
सीएम पुष्कर सिंह धामी देहरादून में हेलीकॉप्टर हादसों को लेकर हाईलेवल मीटिंग कर रहे हैं। साथ ही सख्त कदम उठाने के निर्देश देते हुए हेली सर्विस के लिए एसओपी बनाने को कहा गया है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस ने रेस्क्यू करते हुए सभी शव को बरामद कर लिया है। इधर, डीजीसीए ने हेलिकॉप्टर क्रैश होने के बाद अग्रिम आदेश तक रोक लगा दी है।
केदारनाथ से छह सवारियों को लेकर गुप्तकाशी लौट रहा आर्यन हेली ऐविएशन कंपनी का हेलिकॉप्टर खराब मौसम के कारण गौरी माई खर्क में पेड़ से टकराने से क्रैश हो गया। हादसे में पायलट सहित सभी 7 यात्रियों की मौके पर मौत हो गई। मृतकों में 23 महीने की मासूम बच्ची भी शामिल है।
रविवार को सुबह 5.21 बजे केदारनाथ हेलिपैड से आर्यन हेली कंपनी के हेलिकॉप्टर महाराष्ट्र उत्तर प्रदेश सहित अन्य जगह के छह यात्रियों को लेकर गुप्तकाशी के लिए टेकऑफ हुआ। लगभग 5.25 मिनट पर यह हेलिकॉप्टर गौरीकुंड के ऊपर जंगल क्षेत्र में गौरी माई खर्क में कोहरा लगने के चलते एक पेड़ से टकराकर क्रैश हो गया। इस दर्दनाक हादसे में पायलट राजवीर सिंह चौहान सहित सभी छह यात्रियों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
सूचना पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू करते हुए सभी शव बरामद किये। घटनास्थल पर हेलिकॉप्टर का मलबा पड़ा है, जो जलकर राख हो चुका है। इस संबंध में केदारनाथ यात्रा हेलिकॉप्टर सेवा नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि खराब मौसम के कारण हेलिकॉप्टर अचानक पेड़ से टकरा गया, जिससे यह हादसा हुआ है। इधर, जिलाधिकारी डा. सौरभ गहरवार ने बताया कि दुर्घटना में मारे गये लोगों के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम किया जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देहरादून से रुद्रप्रयाग में दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर के संबध में सभी संबंधित विभागों के साथ उच्च स्तरीय बैठक कर रहे हैं। इस बैठक में मुख्य सचिव, यूकाडा, आपदा विभाग सहित नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ( डीजीसीए ) के अधिकारी भी वर्चुअल माध्यम से जुड़े हैं। इससे पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में हाल में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए हेलीकॉप्टर संचालन को लेकर कड़े निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हेली सेवाओं के संचालन के लिए सख्त एसओपी (Standard Operating Procedure) तैयार की जाए, जिसमें हेलीकॉप्टर की तकनीकी स्थिति की पूर्ण जांच और उड़ान से पूर्व मौसम की सटीक जानकारी लेना अनिवार्य किया जाए।
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देशित किया है कि तकनीकी विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया जाए, जो हेली संचालन की सभी तकनीकी व सुरक्षा पहलुओं की गहन समीक्षा कर एसओपी तैयार करेगी। यह समिति यह सुनिश्चित करेगी कि हेली सेवाओं का संचालन पूरी तरह से सुरक्षित, पारदर्शी और निर्धारित मानकों के अनुसार हो।
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए हैं कि राज्य में पूर्व में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं की जांच के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति पूर्व में हुई हेली दुर्घटनाओं के साथ ही आज के हेली क्रैश की भी हर पहलू की गहनता से जांच कर अपनी रिपोर्ट देगी।
यह समिति प्रत्येक घटना के कारणों की गहराई से जांच करेगी और दोषी व्यक्तियों या संस्थाओं की पहचान कर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की संस्तुति करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हेली सेवाओं का महत्व तीर्थाटन, आपदा प्रबंधन और आपातकालीन सेवाओं के लिए अत्यधिक है, इसलिए इनमें सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।
उधर हेलीकॉप्टर हादसों को लेकर विपक्ष और कई सामाजिक संगठन सवाल खड़े कर रहे हैं। एसडीसी फाउंडेशन के अध्यक्ष अनूप नौटियाल का कहना है कि आज से चार रोज़ पहले उत्तराखंड में बेहिसाब तौर से हेली एक्सीडेंट को देखते हुए खबर आई कि अब सख्ती होगी। सिर्फ 3, 4 पैसेंजर बैठेंगे; 5, 6 नहीं। आज चार दिन बाद फ़िर एक और हेली हादसे में पायलट समेत 7 लोगों की मौत हो गई। क्या एक महीने में पांच एक्सीटेंड के बाद इन हादसों के हेलीकॉप्टरों पर लगाम लगेगी या ये ऐसे ही हवा में उड़ते रहेंगे, चलते रहेंगे, गिरते रहेंगे? इसका किसी के पास जबाव है या किसी की जबावदेही बनती है।
हेलिकॉप्टर क्रैश दुर्घटना में मृतक-
कैप्टन राजवीर सिंह चौहान, निवासी जयपुर
राजकुमार सुरेश जयसवाल (41), निवासी नंदीपेरा रोड, सैन मंदिर महाराष्ट्र
श्रद्धा सुरेश जयसवाल (35) पत्नी राजकुमार सुरेश जयसवाल
काशी (23 महीने) पुत्री राजकुमार सुरेश जयसवाल
विक्रम सिंह रावत (46), निवासी रांसी गांव, पो. ऊखीमठ, रुद्रप्रयाग
पायटल कैप्टर राजीव, राजस्थान
विनोद देवी (66) और तुष्टि सिंह (19), निवासी मकान नंबर 429 सिविल लाइन-दो, बिजनोराम बाग, बिजनौर, यूपी
