
(तरुण साहू) : बालोद के गुंडरदेही अर्जुंदा ग्राम कांदूल में इस वर्ष जन्माष्टमी का त्योहार बड़े धूमधाम और भव्यता के साथ मनाया गया।
इस आयोजन में ग्रामीणों और यादव समाज के सभी सदस्यों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। पूरे गांव में बाज की ध्वनि के साथ एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जो गांव की गलियों से होकर गुज़री।
ग्रामीणों ने इस पावन पर्व पर कई चौराहों पर दहीहंडी बांधी और श्रीकृष्ण जी की दहीहंडी लीला का आयोजन किया। इस दौरान, श्रीकृष्ण के प्रतीक स्वरूप ग्रामीणों ने मनमुक्त होकर नृत्य और उत्सव मनाया।

पूरे कार्यक्रम में पारंपरिक रीति-रिवाजों का पालन करते हुए यादव समाज ने अपने मान-सम्मान का भी ख्याल रखा।
गांव की गलियों में संगीत और नृत्य के साथ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया। गांव के विभिन्न चौराहों और मंदिरों के सामने हरिओम मानस मंडली और जय मां दंतेश्वरी मानस मंडली जैसे मानस परिवारों ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर भजन-कीर्तन का आयोजन किया।
इस अवसर पर श्रीकृष्ण की बारात का भी आयोजन हुआ, जिसमें ग्रामीणों ने पूरे उल्लास के साथ भाग लिया।
दही लूट कार्यक्रम के आयोजन से लेकर श्रीकृष्ण की उपासना तक, हर गतिविधि ने इस पर्व की शोभा को और भी बढ़ा दिया। शोभायात्रा के दौरान ग्रामीण सरपंच, ग्रामीण अध्यक्ष और समस्त ग्रामवासियों ने मिलकर इस त्योहार को एकता और भाईचारे के साथ मनाया।
पूरे गांव में इस शोभायात्रा ने एक अलग ही उत्साह का संचार किया। अंत में, यादव समाज द्वारा कृष्ण जन्माष्टमी का कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

Author: Deepak Mittal
