कोविड महामारी के बाद फिर से एक बार पूरी दुनिया में एक दूसरी बीमारी से लोग दहशत में है. कोरोना के बाद एचएमपीवी (HMPV) वायरस से दहशत फैला है. एचएमपीवी वायरस के बाद अफ्रीकी देश में एक अन्य बीमारी ने दस्तक दे दिया है.
अंगोला में कुछ दिनों से हैजा फैली हुई है. देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि स्थानीय समयानुसार शाम 6 बजे तक हैजा के 170 मामले दर्ज किए गए हैं.
पिछले 24 घंटों में हैजा से तीन नागरिकों की मौत हो गई है. वहीं, 51 नए मामले देखने दर्ज किए गए हैं. यह प्रकोप अब राजधानी प्रांत लुआंडा के अलावा दो अतिरिक्त नगर पालिकाओं में फैल गया है. सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को पहला मामला सामने आने के बाद से हैजा का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. देश में इमरजेंसी प्रक्रिया लागू किया गया है.
स्वास्थ्य मंत्री का बयान आया
अंगोला की स्वास्थ्य मंत्री सिल्विया लुटुकुटा बयान जारी किया है. देश में हैजा के प्रकोप से निपटने के लिए विशेष रूप से इसके केंद्र, लुआंडा प्रांत के कैकुआको नगर पालिका में आपातकालीन योजनाएं सक्रिय कर दी गई हैं. लुटुकुटा के अनुसार स्वास्थ्य अधिकारियों ने महामारी विज्ञान और लैब निगरानी को बढ़ाया है. संसाधन जुटाने के साथ सार्वजनिक स्वास्थ्य संचार में सुधार किया गया है और इसके साथ ही सुरक्षित पेयजल तक आम लोगों की पहुंच सुनिश्चित की गई है.
टंकियों को साफ किया जा रहा
उन्होंने कहा कि हम इस बीमारी से लड़ने के लिए सबकुछ कर रहे है. वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय ने कैकुआको के जनरल अस्पताल में हैजा से निपटने के लिए आयोग ने बैठक बुलाई. पब्लिक वाटर कंपनी के डायरेक्टर अडाओ सिल्वा ने कहा कि पीने के पानी के लिए पहले इस्तेमाल की जाने वाली 17 सामुदायिक पानी की टंकियों को साफ करने का काम किया गया है.
साफ पानी मुहैया करा रहे
प्रभावित लोगों के क्षेत्र में साफ पानी आपूर्ति सुनिश्चित किया जा रहा है. गंदे टंकियों पर पाबंदी लगा दी गई है. अंगोला के स्वास्थ्य मंत्रालय ने चिकित्सा संसाधन और आपूर्ति जुटाने के लिए अपने नेशनल कोलेरा रिस्पॉन्स प्लान को सक्रिय किया है, जिसका उद्देश्य लोगों को पीने योग्य पानी उपलब्ध कराना है.
