दल्लीराजहरा में शराब दुकान को लेकर विस्फोटक हालात!माइन्स नगरी में ‘प्रीमियम वाइन शॉप’ ने भड़काया जनसैलाब सड़कों पर जनता बनाम सिस्टम का टकराव

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Deepak Mittal

एक झटके में 1 लाख की बिक्री… और कुछ ही घंटों में शहर में भड़का गुस्सा!

दल्लीराजहरा,,दल्लीराजहरा वार्ड क्रमांक 18, पुराना बाजार दल्लीराजहरा में खोली गई प्रीमियम विदेशी शराब दुकान ने पूरे शहर की नसों में आग भर दी है।दुकान खुली – चंद घंटे में एक लाख से ज्यादा की बिक्री!
और बस… शहर का गुस्सा आसमान पर,
विरोध ऐसा कि सड़कें गरम, सिस्टम पर सवाल, राजनीतिक गलियारों में हड़कंप!
दल्लीराजहरा में शनिवार को छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में उमड़ा ऐतिहासिक विरोध प्रदर्शन।
ये विरोध कोई आम प्रदर्शन नहीं था—
ये जनता का साफ संदेश था:हमारे वार्ड में शराब दुकान नहीं चलेगी… और किसी भी कीमत पर नहीं!”

विरोध में शामिल बड़े चेहरे:
जनक लाल ठाकुर – अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा
नगर पालिका अध्यक्ष – तोरण लाल साहू
विशाल मोटवानी, वीरेंद्र साहू, अरुणा रामटेके सहित कई पार्षद
भाजपा का एक गुट भी खुलकर विरोध में

-SDM ऑफिस में हाई-वोल्टेज त्रिपक्षीय बैठक—अधिकारियों पर जनता का दबाव साफ दिखा!
विरोध इतना उफान पर कि मामला सीधा गया
अनुविभागीय दंडाधिकारी (SDM) सुरेश साहू के ऑफिस करीब-करीब राजनीतिक घमासान जैसी स्थिति में हुई त्रिपक्षीय बैठक में आखिरकार प्रशासन ने घुटने टेक दिए।

बैठक का क्लाइमैक्स:एक हफ्ते के भीतर दुकान शिफ्ट—सर्वसम्मति से फैसला!

जनता की मांग, नेताओं का दबाव और कानून-व्यवस्था की चिंता को देखते हुए
एक सप्ताह में दुकान को दूसरी जगह शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया।
इस फैसले के तुरंत बाद फिलहाल आंदोलन स्थगित किया गया।

मुख्य किरदारों के विस्फोटक बयान

छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा अध्यक्ष जनक लाल ठाकुर ने कहा कि “माइन्स क्षेत्र में शराब दुकान खोलना जनता पर जुल्म है।हम पूरी ताकत से विरोध जारी रखेंगे… दुकान हटेगी ही।”

तोरण लाल साहू – नगर पालिका अध्यक्ष ने कहा कि वार्ड 18 में दुकान बिल्कुल नहीं चलेगी। एक हफ्ते में हटाने का वादा हुआ है—हम जनता के साथ अडिग खड़े हैं।”
एसडीएम सुरेश साहू ने कहा कि सभी पक्षों की सुनवाई के बाद निर्णय लिया गया कि दुकान को अन्यत्र शिफ्ट किया जाएगा। अगले एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई।”

जिला आबकारी अधिकारी योगेश्वर त्रिवेदी ने कहा कि “नगर पालिका ने NOC दिया था, इसलिए दुकान खुली।लेकिन अब जनता का भारी विरोध है,तीन संभावित विकल्पों पर काम चल रहा है।”

मुख्य नगर पालिका अधिकारी भूपेंद्र वाडेकर को लगातार फोन लगाया गया परंतु उनका मोबाइल कवरेज एरिया से बाहर था इसलिए उनका पक्ष नहीं लिया जा सकता,

मुख्य नगर पालिका के द्वारा दी गई एनओसी में स्पष्ट उल्लेख है कि विवाद की स्थिति में निक निरस्त माना जाएगा

लेकिन जारी NOC में साफ नियम है:
किसी भी विवाद की स्थिति में NOC स्वतः निरस्त मानी जाएगी।”

जिसके आधार पर लोग अब पूछ रहे हैं —
तो फिर दुकान अब भी चल कैसे रही है?

राजनीतिक विस्फोट भी बड़ा—
एक तरफ दुकान खोलने की जल्दी, दूसरी तरफ उसी सरकार के लोग विरोध में!**
जनता अब खुलेआम कह रही—
“सरकार शराब बेचने में ज्यादा रुचि रखती है, जनता के भविष्य में नहीं।”

मामला अब जिले की सबसे बड़ी सुर्खियों में

दल्लीराजहरा की सड़कों से प्रशासनिक गलियारों तक मचा हड़कंप!

अगले कुछ दिन बेहद निर्णायक—

क्या दुकान सच में हटेगी?

NOC को निरस्त माना जाएगा?

विरोध फिर से उभरेगा?

क्या राजनीतिक फूट और गहराएगी?

दल्लीराजहरा इस समय शांति नहीं, सवालों की आग में जल रहा है…!

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Author: Deepak Mittal

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