बालोद: बालोद जिले ने अपने नेतृत्व में जो ऊँचाई छूई है, वह केवल एक उपलब्धि नहीं है, बल्कि पूरे जिले के लिए गर्व का क्षण बन गया है। भारत के राष्ट्रपति के हाथों सम्मान ग्रहण करना इस बात का प्रतीक है कि यह सम्मान केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि बालोद की मेहनत, सपनों और विश्वास का सम्मान है।
दीपक मित्तल के नेतृत्व में जिले ने अपने समर्पण, ईमानदारी और संवेदनशीलता के दम पर यह साबित किया है कि नेतृत्व केवल प्रशासनिक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि परिवर्तन की धड़कन भी होता है। जल संरक्षण से लेकर जनभागीदारी तक, हर पहल में जनता को साथ लेकर चलने की उनकी सोच और निर्णय क्षमता साफ दिखाई देती है।
आज प्राप्त यह पुरस्कार उनके अथक प्रयासों का सम्मान है और आने वाले भविष्य की अनगिनत सफलताओं का संकेत भी। उनके कार्यों ने न सिर्फ जिला प्रशासन की कार्यशैली को बदल दिया है, बल्कि लोगों के मन में नई उम्मीदें और नई रोशनी भी जगाई है।
दीपक मित्तल की उपलब्धि हम सभी के लिए प्रेरणा है—यह दिखाती है कि अगर नीयत साफ हो और लक्ष्य बड़ा हो, तो रास्ते खुद बन जाते हैं। बालोद जिला उनके नेतृत्व में आगे भी तरक्की की नई मिसालें कायम करता रहेगा।
दीपक मित्तल को उनके उत्कृष्ट नेतृत्व और योगदान के लिए हार्दिक बधाई, शुभकामनाएँ और अपार सम्मान। बालोद जिला उनके नेतृत्व में सचमुच “विकास की ओर नहीं—विकास के साथ” चल रहा है।
Author: Deepak Mittal









