Earthquake: आज सुबह अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पास भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार बंगाल की खाड़ी में मंगलवार तड़के रिक्टर पैमाने पर 6.3 तीव्रता का भूकंप आया जिसका केंद्र 6.82°N अक्षांश और 93.37°E देशांतर था।
जिस वक्त भूकंप आया उस वक्त लोग गहरी नींद में सो रहे थे, अचानक जब धरती हिलने लगी तो सभी डर से कांप गए लेकिन राहत की बात यह रही कि इस भूकंपीय घटना के बाद किसी भी तरह के नुकसान या हताहत होने की खबर सामने नहीं आई है।
भूकंप का केंद्र अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में कैम्पबेल खाड़ी से लगभग 62 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम में स्थित था। आपको बता दें कि भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है जो कि अचानक आता है और इसका पूर्वानुमान लगाना अत्यंत कठिन होता है, इसलिए इससे निपटने के लिए जागरूकता और सावधानी बेहद जरूरी है।
Earthquake आने के कई वैज्ञानिक कारण हैं
भूकंप आने के कई वैज्ञानिक कारण हैं, ये कभी टेकटोनिक प्लेटों की वजह से तो कभी ज्वालामुखी विस्फोट के कारण आते हैं, इनके अलावा मानवजनित गतिविधियां जैसे खनन, बांध बनना जैसे भी कारण इसकी वजह होते हैं। इसका कभी कभी घातक परिणाम देखने को मिलता है क्योंकि ये तबाही के सबब बनते हैं। ये एक प्राकृतिक घटना है, जिसे रोक पाना मुश्किल है लेकिन थोड़ी सी सावधानी से हम इससे होने वाले नुकसान को कम कर सकते हैं।
Earthquake के दौरान क्या करें (Do’s)
- शांत रहें और घबराएं नहीं।
- मजबूत मेज या फर्नीचर के नीचे छिपें।
- अगर खुले स्थान पर हैं तो इमारतों, पेड़ों, बिजली के खंभों से दूर रहें।
- सीढ़ियों का प्रयोग न करें।
- रेडियो, मोबाइल या टॉर्च साथ रखें।
- आपातकालीन किट तैयार रखें (पानी, दवा, भोजन आदि)।
Earthquake के दौरान क्या न करें (Don’ts)
- लिफ्ट का प्रयोग न करें।
- खिड़की, शीशे, भारी फर्नीचर के पास न जाएं।
- जलती हुई मोमबत्तियों या गैस स्टोव का उपयोग न करें।
- भीड़ या अफवाहों में न फंसें।

Author: Deepak Mittal
