
रायगढ़ : धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों का एक ऐसा शर्मनाक कारनामा सामने आया है जिसके विषय में जानकर आपको गहरी पीड़ा होगी।
इस घटना का खुलासा तब हुआ जब शहर के मिट्ठू मुड़ा वार्ड को रहने वाली बेहद गरीब महिला गंगा बाई रात्रे अपने परिजनों के साथ लिखित शिकायत लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय रायगढ़ पहुंची।
वहां पीड़िता ने एस पी साहब से मिलकर उन्हें घटना क्रम के विषय में बताते हुए लिखित शिकायत पत्र दिया। साथ ही गंगा बाई ने बताया कि बीते 4 तारिख को उल्टी दस्त की शिकायत होने पर उसने अपनी बेटी मुस्कान रात्रे को मेडिकल कालेज रायगढ़ में भर्ती कराया था। जहां डॉक्टरों के देखरेख में उसका इलाज शुरू हुआ और पीड़िता को ग्लूकोज की बाटल चढ़ाया गया।


इसी दौरान उसकी बेटी का हाथ मुड़ने लगा और वह दर्द से तड़पने लगी। मेडिकल कालेज के डाक्टरों ने आनन फानन में मुस्कान को इलाज के लिए रायपुर के एक निजी अस्पताल में ले जाने की सलाह देते हुए उसे रिफर कर दिया। वहां स्मार्ट कार्ड नहीं लिए जाने के कारण गरीब महिला गंगा को अपनी बिटिया के ईलाज के लिए एक लाख रु खर्चने पड़ गए,बावजूद इसके मुस्कान की स्थिति में सुधार होते नही दिखा।

जिसके बाद गंगा बाई ने अपनी बिटिया को वापस रायगढ़ लाकर अपेक्स हॉस्पिटल रायगढ़ में भर्ती करवाया। यहां डाक्टरों ने बताया कि पीड़िता के हाथ में बहुत ज्यादा इन्फेक्शन हो गया है उसकी जान बचाने के लिए उसका हाथ काटना पड़ेगा। इस बात की जानकारी मिलने पर गरीब मां का मन व्यथित हो उठा और वह मजबूर होकर मेडिकल कालेज रायगढ़ के डॉक्टरों के विरुद्ध उचित कार्यवाही करने और मुआवजा दिलाए जाने की मांग को लेकर लिखित आवेदन के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय आ पहुंची।

