
पर्दे के पीछे कर रहा है काम : ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद जब नया अमेरिकी प्रशासन अवैध प्रवास पर नकेल कसने की तैयारी कर रहा है, तो भारत अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए तैयार है।
रिपोर्ट के मुताबिक भारत अमेरिका के साथ ट्रेड वॉर टालने के लिए ट्रंप प्रशासन को खुश करने के लिए पर्दे के पीछे काम कर रहा है। दोनों देशों ने मिलकर अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे करीब 18,000 भारतीय प्रवासियों की पहचान की है, जिन्हें वापस भेजा जाएगा। यह संख्या और भी अधिक हो सकती है, क्योंकि यह स्पष्ट नहीं है कि अमेरिका में कितने अवैध भारतीय प्रवासी रहते हैं।
कितने अवैध प्रवासी : पिछले साल यूएस डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया था कि 2022 तक अमेरिका में लगभग 220,000 अनधिकृत भारतीय अप्रवासी रह रहे हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक “अवैध अमेरिकी प्रवासियों को वापस लेने में कोई भी ढिलाई भारत के अन्य देशों के साथ श्रम और गतिशीलता समझौतों पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है।
ब्लूमबर्ग में छपी रिपोर्ट के मुताबिक भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि प्रवास और गतिशीलता पर भारत-अमेरिका सहयोग के हिस्से के रूप में, दोनों पक्ष अवैध प्रवास को रोकने की प्रक्रिया में लगे हुए हैं। ऐसा भारत से अमेरिका में वैध प्रवास के लिए और अधिक रास्ते बनाने के लिए किया जा रहा है।
कितने H-1B वीजा कार्यक्रम : ट्रम्प प्रशासन अपने नागरिकों द्वारा अमेरिका में प्रवेश करने के लिए उपयोग किए जाने वाले कानूनी आव्रजन चैनलों, विशेष रूप से छात्र वीजा और कुशल श्रमिकों के लिए H-1B कार्यक्रम की रक्षा करेगा। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2023 में दिए गए 386,000 एच-1बी वीजा में से लगभग तीन-चौथाई भारतीयों के हैं।
