शनिदेव की दृष्टि में कोई राजा और रंक नहीं, सब एक समान हैं : डिप्टी सीएम अरुण साव
निर्मल अग्रवाल ब्यूरो प्रमुख मुंगेली 8959931111
लोरमी- श्री शनिदेव न्याय के देवता हैं। वे कर्म के अनुसार फल देते हैं। जो जैसे कर्म करता है, वैसा ही फल शनिदेव प्रदान करते हैं। उनकी दृष्टि से कोई राजा नहीं, कोई रंक नहीं, सब एक समान हैं। यह बात उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने लोरमी विधानसभा के मोहतरा तेली गांव में कही।

उप मुख्यमंत्री साव शनिवार को मोहतरा तेली में शनिदेव मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हुए। इस समारोह में क्षेत्र के हजारों श्रद्धालु पहुंचे थे। इस अवसर पर सभी ने भक्ति भाव से शनिदेव के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। डिप्टी सीएम साव ने कहा कि, चैत्र नवरात्रि अष्टमी के पावन अवसर पर गांव में भव्य शनिदेव मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई है। मंदिर के निर्माण में सभी का योगदान रहता है। इसके लिए पूरे ग्रामवासी को बहुत बहुत बधाई है।

उन्होंने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि, जो भक्त सच्चे मन से श्री शनिदेव की पूजा करता है, उसमें अन्याय के विरुद्ध खड़े होने की शक्ति उत्पन्न होती है। वे जीवन की बाधाओं को दूर कर मार्ग प्रशस्त करते हैं। शनिदेव ने रावण को भी दंड दिया, और श्रीराम के सेवक हनुमान को अपने हृदय से लगाया। शनिदेव ने स्वयं कहा है कि जो हनुमान का भक्त है, वह मुझसे निर्भय है।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि, सनातन परंपरा आज दुनिया की परंपरा है। महाकुंभ में 60 करोड़ से ज्यादा लोगों ने त्रिवेणी संगम में स्नान किया है। ऐसे व्यवस्था कही नहीं हो सकती है। लेकिन हमारे धर्म को झुकाने का प्रयास किया गया। कई मंदिरों को तोड़ा गया। अयोध्या में 5 सौ साल बाद श्री राम मंदिर का निर्माण हुआ। उन्होंने कहा कि, भगवान राम हमारे भांचा है, इसलिए छत्तीसगढ़ में भांचा का पैर छूते हैं।

प्राण प्रतिष्ठा समारोह में लोरमी नगर पालिका के अध्यक्ष सुजीत वर्मा, जिला पंचायत के उपाध्यक्ष शांति देवी भास्कर , डॉ अशोक जायसवाल , सरपंच प्रेमी चित्ररंजन साहू, गुरमीत सलूजा, धनीराम यादव, मंडल अध्यक्ष दिनेश कश्यप , राजेश साहू, अनिता साहू, विनय साहू,रामेश्वर बंजारे, पूर्णिमा साहू, महेंद्र खत्री, प्रदीप साहू, घनश्याम खत्री,कोमल साहू, सरपंच बोड़तरा नारंग जायसवाल निरंजन साहू, सुशील यादव राजेंद्र साहू, महानंद जायसवाल, रामनिहोरा कश्यप ,मेला राम साहू , गजेंद्र जायसवाल , अन्य जनप्रतिनिधि शनिदेव मंदिर समिति के पदाधिकारी, सदस्य एवं ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
